एफएनएन, बेंगलुरु: भारतीय वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि रोगाणुनाशक कपड़े के साथ एक नए फेस मास्क की खोज की गई है, जो कोरोनोवायरस को तीन मिनट के भीतर मार सकता है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ‘इंस्टीट्यूट फार स्टेम सेल साइंस एंड रीजेनरेटिव मेडिसिन, इनस्टेम, बेंगलुरु के शोधकर्ताओं की एक टीम ने जी-फैब नामक एक कीटाणुनाशक कपड़े को विकसित किया है।’ बताया गया है कि यह कपड़ा वायरस को और इसके साथ संपर्क करने वाले बैक्टीरिया को निष्क्रिय करने के लिए प्रभावी है। हाथों की लगातार धुलाई के साथ-साथ, चेहरे के मास्क को कोरोनावायरस से बचने के लिए सबसे प्रभावी साधन माना जाता है। तमिलनाडु की एक कंपनी ने G99+ ब्रांड नाम के तहत फेस मास्क का निर्माण शुरू किया है और प्रत्येक की कीमत 249 रुपये है।
क्या है वैज्ञानिकों का कहना
रिपोर्ट में परियोजना के प्रमुख वैज्ञानिक डा. प्रवीण वेमुला के हवाले से कहा गया है, ‘हमने एक ऐसे अणु को विकसित किया है, जो संपर्क करने पर वायरस और बैक्टीरिया को निष्क्रिय कर सकते हैं। यह अणु सूती कपड़े के तंतुओं से जुड़े होते हैं, जो कपड़े को रोगाणुरोधी बनाता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि डा. वेमुला एक इनोवेटर और एंटरप्रेन्योर हैं, जो भारत, अमेरिका और फ्रांस में कई रिसर्च स्टडीज को कमर्शियल प्रोडक्ट्स में ट्रांसलेट करने में सहायक हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोबारा उपयोग में लिए जाने वाले इस मास्क में तीन परतें शामिल हैं। बाहरी दो परतें जो कीटाणु नाशक होती हैं और कपास से बनी सबसे भीतरी परत। इस मास्क में एड-आन फिल्टर के लिए तीन परतों के बीच एक स्लिट शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मास्क को पहनने वाले के पास माल या भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा के लिए इंसर्ट का उपयोग करने का विकल्प भी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मास्क ने ‘सभी आवश्यक नियामक और परीक्षण प्रक्रियाओं को पास कर लिया है’।