Saturday, August 2, 2025
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हिंदी पखवाड़े के तहत साहित्यिक संस्था ‘शब्दांगन’ की काव्यपाठ प्रतियोगिता, दुर्वेश कुमारी चुनी गईं विजेता


एफएनएन ब्यूरो,बरेली। साहित्यिक संस्था शब्दांगन के तत्वावधान में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, सुभाष नगर में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत काव्यपाठ प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में छ कवयित्री छात्राओं ने भाग लिया। सर्वश्रेष्ठ काव्य प्रस्तुति देने पर दुर्गेश कुमारी को विजेता चुना गया। रिया गुप्ता की काव्य प्रस्तुति भी सराहनीय रही और उन्हें उप विजेता चुना गया।

छात्रा चांदनी यादव की काव्य प्रस्तुति को तृतीय स्थान प्रदान किया गया। रिवांशी गंगवार, राधा साहू और दीक्षा सक्सेना ने संयुक्त रूप से चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। शब्दांगन के महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी, उपाध्यक्ष रामकुमार अफरोज और विद्यालय की वार्डन कमलेश यादव ने सभी विजयी छात्राओं को सुनहरी माला और मेडल पहनाकर तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। प्रथम विजयी दुर्गेश कुमारी की कविता " अंतर्मन की भाषा हिंदी, हर जीवन की भाषा हिंदी / जब खोजा तब ये ही पाया, जनजन की भाषा हिंदी।" खूब पसंद की गई। द्वितीय रहीं रिया गुप्ता का गीत भी बहुत अच्छा रहा - " बने राष्ट्र भाषा अब हिंदी, मिलकर शपथ उठाते हैं, इसीलिए हम हिंदी प्रेमी , हिंदी के गुण गाते हैं।”

तृतीय रहीं चांदनी यादव ने भी अपने हिंदी गीत से समां बांध दिया – ” हर मन पूजे हिंदी भाषा, मित्रों वो अंजाम रचें/हिंदीमय हो जाये भारत, ऐसे नव आयाम रचें।”

हिंदी काव्यपाठ प्रतियोगिता के निर्णायक कवि रामकुमार अफरोज थे। अफरोज ने अपनी भी एक रचना छात्राओं को सुनाई, जिस पर खूब तालियां बजीं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन कमलेश यादव को भी हिंदी भाषा के विकास में योगदान देने के लिए प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं नीलम शर्मा और पूनम मिश्रा का काव्यपाठ प्रतियोगिता में विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का रोचक संचालन महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी ने किया। श्री त्रिवेदी ने अपनी एक कविता ” हिंदी की बिंदी सजाकर देखिये / ज्ञान गंगा में नहाकर देखिये। ” सुनाकर वातावरण हिंदीमय कर दिया।

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