एफएनएन, नैनीतालः उत्तराखंड के कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने राज्य वन विभाग में पौधारोपण के नाम पर बड़े घोटाला की आशंका जताई है। आर्य ने गुरुवार को यहां देहरादून और मसूरी वन प्रभाग में घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दस गुना अधिक खर्च पर पौधारोपण का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि देहरादून और मसूरी में वन महकमे की ओर से मियावाकी पद्धति से पौधारोपण का प्रस्ताव तैयार किया गया। देहरादून के कालसी में वर्ष 2020 में इसी पद्धति से पौधे लगाये थे और उस समय 11.86 लाख प्रति हेक्टेयर खर्च आया था। लेकिन, देहरादून के झाझरा में 52.40 लाख रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से पौधारोपण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में कालसी प्रोजेक्ट में 10 रूपये प्रति पौधे की दर से अनुमानित खर्च था। जबकि झाझरा में यह 100 रूपये प्रति पौधा का प्रस्ताव है। यहां 18333 पौधों के लिए 18.33 लाख रूपये खर्च का प्रस्ताव है।
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया है कि मसूरी वन प्रभाग में भी पांच वर्षों के लिए पौधारोपण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसकी लागत 4.26 करोड़ बताई गई है। पौधारोपण छह रेंजों में कुल छह हेक्टेयर भूमि में होना है। यहां 4.26 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मसूरी के लिए तैयार प्रस्ताव में यह तक नहीं बताया गया है कि कौन कौन सी स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाये जायेंगे जो कि मूलभूत शर्त है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब वन विभाग के पास स्वयं की तकनीक के साथ सक्षम नर्सरी मौजूद है तो फिर इतनी ऊंची दरों पर बाहर से पौधों का प्रस्ताव क्यों दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें गहरे भ्रष्टाचार की बू आती है।