एफएनएन, ऊधम सिंह नगर : तराई पूर्वी वन प्रभाग के सुरई रेंज से सटे पीलीभीत टाइगर रिजर्व (यूपी) और नंधौर वन्यजीव अभयारण्य (नैनीताल) के वन्यजीव कॉरिडोर में बाघों की आवाजाही बढ़ने से बाघों के हमलों का खतरा भी बढ़ गया है। सुरई वन क्षेत्र में 20 से अधिक बाघ होने की आशंका है। बीते डेढ़ साल में 12 लोग बाघ और तेंदुओं के हमलों का शिकार बन चुके हैं।
सुरई वन क्षेत्र के पीलीभीत टाइगर रिजर्व से नजदीक होने के कारण यहां बाघों की संख्या सबसे अधिक है। यही वजह है कि रात और तड़के बाघ वन क्षेत्रों से सटे गांवों के आसपास दिख रहे हैं। वन क्षेत्रों से सटे गावों नबदिया, रमकोला, बग्गा चौवन, सरपुड़ा, संतना, सुखापुल के ग्रामीणों का कहना है कि बाघों के हमले वर्ष 2020 के बाद अधिक बढ़े हैं जिस कारण शाम होने के बाद लोग जंगल के आसपास नहीं जाते हैं।