राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोज का प्रेरणाप्रद उद्बोधन-परिवार की संरचना को अक्षुण्ण रखने के लिए आगे आएं साहित्यकार
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रांत बरेली के तत्वावधान में प्रांतीय कहानी प्रतियोगिता का पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित हुआ। समारोह में ब्रज प्रांत के विभिन्न जनपदों में आयोजित प्रांतीय कहानी प्रतियोगिता के 148 विजेताओं को अतिथियों द्वारा पारितोषिक प्रदान किए गए। प्रतियोगिता कराने वाले शिक्षक/शिक्षिकाओं एवं प्रधानाचायों को भी सम्मानित किया गया।
बरेली के चन्द्रकांता आडिटोरियम में आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली से आए साहित्य परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोज ने अपने प्रेरणाप्रद उद्बोधन में कहा कि परिवार समाज की सबसे सशक्त इकाई है परन्तु वर्तमान परिवेश में परिवारों का आकार सिकुड़ता जा रहा है जो गंभीर चिंता का विषय है। परिवार चरित्र निर्माण की पाठशाला है। परिवार की संरचना को अक्षुुण्ण रखने के लिए साहित्यकारों को भी बड़ी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने ब्रज प्रांत द्वारा आयोजित कहानी प्रतियोगिता के लिए समस्त पदाधिकारियों को बधाई भी दी।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. पवन पुत्र ‘बादल’ ने कहा कि कहानी हमारे पुराणों और धार्मिक साहित्य का भी अभिन्न अंग है। कहानी के माध्यम से हम कोई भी स्चनात्मक संदेश समाज को सुगमता पूर्वक दे सकते हैं। रामीयण, महाभारत, भागवत पुराण के उद्धरण देते हुए उन्होंने भी परिवार प्रणाली को बचाने के लिए साहित्यकारों से आगे आने का आह्वान किया। प्रांतीय महामंती डॉ. शशिबाला राठी ने अतिथियों का स्वागत किया।
प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. सुरेश बाबू मिश्रा ने कहानी प्रतियोगिता के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ब्रज प्रांत के 14 जिलों के 146 इंटर-डिग्री कॉलेजों में कहानी प्रतियोगिता के लगभग 3 हजार प्रतिभागी छात्र-छात्राओं में से 148 श्रेष्ठ नवोदित कहानीकारों को पुरस्कृत किया गया है। साहित्यकार हरि प्रकाश हरि, तथा पुरूषोत्तम पाटिल ने भी विजेताओं को सम्मानित किया।कार्यक्रम का सफल संचालन रेलवे के पूर्व राज भाषा अधिकारी प्रभाकर मिश्र द्वारा किए गया। कवि रोहित राकेश ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
इससे पूर्व मोहन चंद्र पांडेय की सरस सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। उमेश चंद्र गुप्ता ने अभिनन्दन गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर संतोष मिश्रा, डॉ. सी. पी. शर्मा, विकास सारस्वत, जितेन्द्र पाल सिंह चौहान, निर्भय सक्सेना, डॉ. अखिलेश कुमार गुप्ता, प्रवीण शर्मा, डाॅ रवि प्रकाश शर्मा, एस. के. कपूर, आर सी. पांडेय, अनुराग उपाध्याय, डाॅ अनिल मिश्रा, सरदार गुरुविन्दर सिंह, जूही शर्मा, सरिता सक्सेना, डॉ. विनीता सिंह, अंकिता मिश्रा, ज्योत्सना कपिल, प्रतिभा पांडेय, रवीन्द्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में छात्र- छात्राएं, शिक्षक- शिक्षिकाएं एवं प्रबुद्ध जन भी मौजूद रहे।