शर्मनाक घटनाक्रम से बरेली के मीरगंज थाने में खाकी का दामन हुआ दागदार
जरा से लालच में रुआबदार कैरियर पर अपने ही हाथों लगा डाला ग्रहण, विभागीय जांच भी शुरू
बरेली से गणेश पथिक की रिपोर्ट
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। मीरगंज थाने के एक प्रशिक्षु दारोगा की वर्दी पर घूसखोरी का दाग लगने के बाद एसएसपी ने उसे निलंबित भी कर दिया है। दरअसल, थोड़ी सी ऊपरी कमाई के लालच में उक्त प्रशिक्षु दारोगा ने रुआबदार कैरियर की शुरुआत में ही अपने दामन को अपने ही हाथों से दागदार कर डाला है। एसएसपी के निर्देश पर विभागीय जांच बैठने के बाद उसकी नौकरी पर भी खतरे के घने बादल मंडराते साफ दिख रहे हैं।
हुआ यह कि मीरगंज थाने में तैनात प्रशिक्षु दारोगा नितिन कुमार को नए कानून के तहत एक महिला द्वारा उसके पति के खिलाफ कराई गई रिपोर्ट की विवेचना मिली थी। आरोप है कि विवेचना के दौरान प्रशिक्षु दारोगा नितिन ने पति-पत्नी को हड़काते हुए दोनों के ही पक्ष में रिपोर्ट बनाने का दावा करते हुए दोनों से ही बतौर रिश्वत मोटी रकम वसूल ली। जबकि दावा किया जा रहा है कि इस केस में उक्त दंपती को बैठाकर परिवार और समाज के कुछ जिम्मेदार लोग पहले ही सुलह करवा चुके थे। विवेचक के नाते प्रशिक्षु दारोगा ने दोनों पक्षों में सुलह हो चुकने के अहम तथ्य को पूरी तरह दरकिनार करते हुए महिला की ओर से दायर किए गए इस वाद में आरोपपत्र भी बनाकर दाखिल दफ्तर कर दिया। अब दंपती ने उच्चाधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है कि हम दोनों द्वारा आपस में सुलह हो चुकने के तथ्य को उजागर करने के बावजूद उक्त दारोगा न सिर्फ मनमाफिक चार्जशीट लगा दी, बल्कि पति-पत्नी दोनों को हड़काकर ही दोनों के ही फेवर में रिपोर्ट लगाने का दावा करते हुए बदले में बतौर घूस मोटी रकम भी वसूल ली।
वादिनी का आरोप है कि उसने अपने पति के विरुद्ध शिकायत में पंचायती सुलहनामे की प्रति विवेचक नितिन कुमार को देकर मामले को बगैर कार्रवाई निस्तारित करने की मांग की लेकिन प्रषिक्षु दारोगा और भी रिॆश्वत ऐंठने के चक्कर में सुलह के महत्त्वपूर्ण तथ्य को अंगूठा दिखाते हुए कानूनन खत्म हो चुके इस केस में भी मनमाने ढंग से चार्जशीट लगाकर अपने दफ्तर में जमा करवा दी।
इस प्रकरण में महिला और उसके पति ने पिछले दिनों एसएसपी को शिकायतीपत्र देकर उन्हें विवेचक द्वारा उन दोनों से ही घूस मांगने और रिश्वत की रकम हाथों में सौंपने संबंधी साक्ष्य भी सौंपे थे। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए स्मार्ट पुलिसिंग की अपनी छबि रखने वाले तेजतर्रार एसएसपी अनुराग आर्य ने तथाकथित रूप से गैर जिम्मेदार और घूसखोर बताए जा रहे मीरगंज थाने के उक्त प्रशिक्षु दारोगा नितिन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया है। इतना ही नहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए कप्तान ने गंभीर आरोपों में फंस चुके आरोपी प्रशिक्षु दारोगा नितिन कुमार के विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कराने के भी निर्देश दिए हैं। इस तरह कैरियर के शुरुआती दौर में ही उक्त दारोगा की नौकरी चली जाने और पुलिस सेवा से बर्खास्तगी का बड़ा खतरा भी मंडराता साफ दिख रहा है।
सघन जांच ही तय करेगी-आरोप सच्चे या झूठे!
“प्रकरण वाकई गंभीर है। शिकायत पर एसएसपी सर ने आरोपी प्रशिक्षु दारोगा नितिन कुमार को निलंबित करने के साथ ही उनके विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू करवा दी है। अब आरोप सच्चे हैं या झूठे, यह तो संबंधित जांच अधिकारी या टीम की विस्तृत तफ्तीश के बाद ही सिद्ध हो सकेगा। उक्त चार्जशीट अभी कोर्ट नहीं भेजी गई है। पुलिस दफ्तर में ही विचाराधीन है।”-गौरव सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी, मीरगंज, बरेली।