एफएनएन, बरेली : दरगाह आला हज़रत के सज्जादा नशीन व टीटीएस के सदर मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने कहा कि पिछले कई महीनों से दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी है। इस महामारी के बीच जनपद में ईद उल अज़हा एक अगस्त को मनाया जाएगा ।
उन्होंने शासन से मांग की है कि शारीरिक दूरी के साथ इन दिनों जानवरों की खरीद-फरोख्त, लाने ले जाने और गोश्त को बांटने की छूट दी जाए। कहा कि कोरोना महामारी के चलते शासन की गाइड लाइन के मुताबिक जितने लोगो को मस्जिदों में नमाज़ अदा करने की इजाज़त है, उतने ही लोग ईद-उल-अज़हा की नमाज़ अदा करें। बाकी लोग अपने- अपने घरों में जिस तरह ईद उल फित्र में चाशत की नमाज़ अदा की थी, ठीक उसी तरह ईद उल अज़हा में चाशत की नमाज़ अदा करें । ईद की नमाज़ अदा करने के बाद मुसलमान क़ुरबानी खुली जगह में न करें । जानवर के अवशेष को खुली जगह में न डालें। बेहतर है कि उनके अवशेष व खून किसी गड्ढे में दफन कर दिए जाएं । उन्होंने कहा कि यह त्योहार पैगंबर हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम व पैंगबर हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी के लिए याद किया जाता है । उन्होंने त्योहार में नियम क़ानून का पालन करने की आवाम से अपील की है ।