सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि जब मुझे कोलकाता पुलिस कमिश्नर से घटना के बारे में पता चला, तो मैनें उनको तत्काल और तेज कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि अस्पताल में नर्स थीं, सुरक्षा कर्मी थे तो यह घटना कैसे हुई। पुलिस ने मुझे बताया है कि अस्पताल के अंदर कोई था।
उन्होंने कहा कि मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किया जाएगा। पुलिस, डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिक विभाग और अन्य टीमें काम पर लगी हुई हैं। आरोपी को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस रविवार तक मामले को निपटाने की कोशिश कर रही है। ऐसा न हुआ तो हम इस केस को अपने हाथ में नहीं रखेंगे। हम इसे सीबीआई को सौंप देंगे।
वहीं डीसीपी नॉर्थ अभिषेक गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों के नाम अब एक रजिस्टर में दर्ज किए जाएंगे। कोई भी अवांछित व्यक्ति अस्पताल में प्रवेश नहीं करेगा। डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। अस्पताल के चारों ओर गार्डों को पहचान पत्र दिए गए हैं जिन्हें वे हमेशा ड्यूटी पर पहनेंगे।
क्या है पूरा मामला
आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। गुरुवार को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला।
शुक्रवार सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले।
शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर था। गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए। होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे। वहीं महिला डॉक्टर की हत्या के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स, प्रशिक्षु और स्नातकोत्तर प्रशिक्षु हड़ताल पर हैं। इस भयावह घटना के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।