एफएनएन, रुद्रपुर: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज जिलेभर से आए सैकड़ों किसान टोल प्लाजा पर जमकर गरजे। किसानों ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किए और तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की । उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक यह काले कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसानों का धरना टोल प्लाजा पर 11:00 बजे प्रारंभ हुआ और 4:00 बजे तक चला। इस दौरान सैकड़ों ,हजारों की संख्या में वाहन बिना टोल दिए निकलते रहे ।अपने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत किसान संगठन चुकटी देवरिया टोल प्लाजा पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। किसानों ने कहा कि 26 जनवरी के बाद सरकार उनका आंदोलन कुचलना चाहती थी लेकिन केंद्र सरकार अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई। आज देश भर का किसान इन कृषि कानूनों के खिलाफ है और एकजुट होकर विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा 1 मार्च को महापंचायत आहूत की गई है।
जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत ,गुरनाम सिंह चढूनी सहित देशभर के किसान नेता महापंचायत में पहुंचेंगे। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार दमन की नीति अपना रही है और लगातार किसानों का शोषण कर रही है जिसे किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही किसान नेता राकेश टिकैत ने बंगाल में महापंचायत का आवाहन किया तो केंद्र सरकार बिलबिला गई है। क्योंकि बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में भाजपा को अपने वोटों का भय सता रहा है और वह येन केन प्रकारेण टिकैत की महापंचायत को रोकना चाहती है ।किसानों ने एकजुट होकर हुंकार भरी कि जब तक यह काले कानून वापस नहीं होंगे तब तक यह आंदोलन थमेगा नहीं और तेज गति पकड़ लेगा। संबोधन करने वालों में पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ ,किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क, सीपी शर्मा, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा ,कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक नारायण पाल सहित तमाम किसान नेता शामिल थे।
टोल प्लाजा पर धड़ल्ले से निकलते रहे चौपहिया वाहन
जनपद के किसान संगठनों का कृषि कानून बिल के खिलाफ चुकटी देवरिया टोल प्लाजा पर धरना था जिसकी समयाविधि दोपहर 11:00 से 4:00 बजे तक थी। इस दौरान सैकड़ों ,हजारों की संख्या में चौपहिया वाहन टोल प्लाजा से धड़ल्ले से निकलते रहे। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व टोल प्लाजा पर फास्टैग लागू हुआ है ।लेकिन आज किसानों के धरने के चलते टोल प्लाजा पूरी तरह से वाहनों के लिए मुक्त हो गया था। टोल प्लाजा के प्रबंधक राहुल शर्मा का कहना है कि धरना समाप्त होने के बाद देखा जाएगा कि सरकार को कितना राजस्व का नुकसान पहुंचा है। हालांकि कुछ चौपहिया वाहनों का इस अवधि के दौरान भी फास्ट टैग कट गया था।