जांच में आरोप सही मिलने पर एसआईटी ने की कार्रवाई, नहीं काम आया सियासी रसूख
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। डी. फार्मा की फर्जी डिग्री देकर करोड़ों रुपये हड़पने और सैकड़ो छात्रों का भविष्य बर्बाद कर देने के आरोपी खुसरो कॉलेज के एमडी/भाजपा नेता शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी को बुधवार को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण करवाने के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है।
छह साल तक चलता रहा करोड़ों का फर्जीवाड़ा
खुसरो कॉलेज में वर्ष 2019 से 2023 तक फर्जी तरीके से डी फार्मा, बी फार्मा और पैरामेडिकल में 379 छात्रों को प्रवेश किया गया। छात्र कोर्स पूरा करने के बाद जब नौकरी करने पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि उनकी डिग्री फर्जी है। उसके बाद इस मामले में थाना सीबीगंज में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें कॉलेज के चेयरमैन शेर अली जाफरी, सीबीगंज निवासी विश्वनाथ शर्मा शांति विहार निवासी विजय शर्मा और शेर अली जाफरी के बेटे फिरोज अली जाफरी को नामजद किया गया था।
हफ्ते भर पहले तक मिली थी गनर सुरक्षा, अब छिनी
शेर अली जाफरी एक सप्ताह पहले तक सरकारी गनर की सुरक्षा लेकर घूम रहा था। धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस प्रशासन ने गनर वापस ले लिया है । इस आशय की रिपोर्ट भी शासन को भेज दी गई है। एसपी साउथ मानुष पारीक की अगुआई में एसआईटी मामले की जांच कर रही थी। एसआईटी टीम ने बुधवार को शेर अली और उसके बेटे फिरोज अली जाफरी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से बचने के लिए जाफरी ने बरेली से लखनऊ तक कई राजनेताओं के चक्कर काटे, लेकिन राजनीतिक रसूख काम नहीं आया। पुलिस ने करोड़ों के फर्जीवाड़े के आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।
फर्जीवाड़े में शामिल विजय शर्मा और प्रिंसिपल पर भी कसेगा शिकंजा
इस मामले में शांति विहार के रहने वाले आस्था कंसल्टेंसी के मालिक विजय शर्मा और प्रधानाचार्य पर भी शिकंजा कसना तय है। तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। एसआईटी ने इन दोनों के खिलाफ भी काफी साक्ष्य इकठ्ठे कर लिए हैं। जल्द इनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।