Sunday, June 22, 2025
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हल्द्वानी: 33हजार घरों के बाहर लगे कूड़े के अंबार, सफाई कर्मी दूसरे दिन भी हड़ताल पर

  • सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष-सचिव ने प्रबंधन पर लगाया अड़ियल रवैया अपनाने का इल्जाम

एफएनएन,हल्द्वानी: बोनस, भत्ते समेत छह सूत्रीय मांगों को लेकर मैजिक स्मार्ट साल्यूशन कंपनी में कार्यरत हल्द्वानी शहर भर के कूड़ा उठान के जिम्मेदार सैकड़ो पर्यावरण मित्र मंगलवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं। लिहाजा हल्द्वानी शहर के 33 वार्डों के करीब 33 हजार घरों से दूसरे दिन भी कूड़ा उठान शुरू नहीं हो पाया। मांगों के समर्थन में कर्मचारी नगर निगम परिसर में धरने पर डटे हुए हैं।

देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ की उप शाखा हल्द्वानी के सचिव सचिन भारती ने बताया कि कंपनी प्रबंधन उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक नहीं है। प्रबंधन अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं। जिस कारण सोमवार शाम हुई दो घंटे की बातचीत के बाद भी कोई सार्थक नतीजा नहीं निकला। जिसके चलते कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखने का एलान किया है।

  1. इस दौरान कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि जब तक उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक कदम नहीं उठा लिया जाता, हड़ताल जारी रहेगी। शाखा के अध्यक्ष मदनलाल ने कहा कि कर्मचारियों की मांगेंं एकाएक नहीं उठी हैं। वह पिछले तीन साल से अपनी मांगों को लेकर मुखर हैं, लेकिन प्रबंधन झूठे आश्वासन देकर मांगों को लटकााता आया है। इस बार कर्मचारी आरपार का मन बनाकर आंदोलन में डटे हुए हैं। इधर कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर से दूसरी सुबह भी कूड़ा नहीं उठ पाया है। घरों में जमा कूड़ा होने से शहरवासियों में नगर निगम के प्रति नाराजगी है।

सोमवार शाम दो घंटे चली वार्ता में बनते-बनते बिगड़ी बात

हड़ताली कर्मचारियों और मैजिक साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी प्रबंधन के बीच सोमवार शाम दो घंटे तक वार्ता चली थी। कर्मचारी नेता सचिन भारती ने बताया कि वार्ता में मांगों को लेकर सहमति लगभग बन गई थी लेकिन इसी दौरान प्रबंधन ने डीजल को लेकर नई व्यवस्था बनाने की बात कर दी। इससे कर्मचारी गुस्सा हो गए। मैनेजर खुद की मौजूदगी में कूड़ा वाहनों में डीजल भराने की बात करने लगे, जबकि कर्मचारी पूर्व की भांति 7-8 किमी प्रति लीटर के औसत से तेल का खर्च देने की जिद पर अड़े रहे।

ये रहीं पर्यावरण मित्रों की मांंगें

-सात हजार रुपये दीपावली बोनस मिले।

-कोरोना काल को देखते हुए मास्क, सैनिटाइजर आदि मिले।

-प्रत्येक माह सात तारीख से पहले वेतन भुगतान हो।

-कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआइ) का लाभ मिले।

-एलाउंस का भुगतान किया जाए।

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