
एफएनएन, शिमला-हिमाचल प्रदेश। राजधानी शिमला में अवैध बनी मस्जिद को लेकर तनाव बढ़ गया है। बुधवार को पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद शिमला के संजौली में एहतियातन निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इस अवैध बनी मस्जिद को लेकर हिंदू संगठन के प्रदर्शनकारी आक्रमक हो गए और पुलिस बेरिकेडिंग को भी तोड़ने की कोशिश की।
शिमला के संजौली इलाके में बगैर किसी अनुमति के मस्जिद में अवैध निर्माण कराने का आरोप है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां मस्जिद का निर्माण पूरी तरह से अवैध है। मस्जिद के इस अवैॆध निर्माण में अब बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने भी आते हैं जिससे तनाव बढ़ गया है। मस्जिद 1947 में बनी थी। वर्ष 2010 में इसका पुनर्निर्माण हुआ। उसी दौरान कई अवैध निर्माण भी करवा लिए गए। शिमला नगर निगम द्वारा मस्जिद के अंदर कराए गए अवैध निर्माण को हटाने के संबंध में कई बार नोटिस भी दिए गए लेकिन है लेकिन अवैध निर्माण बदस्तूर जारी हैं। 2010 तक सिर्फ एक मंजिला मस्जिद अवैध निर्माण की वजह से अब बहुमंजिला हो चुकी है।

शिमला में मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ सड़कों पर हैं लोग
इस मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ लोग अब सड़कों पर हैं। पिछले गुरुवार को भी लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया था। विरोध में महिलाएं भी सड़कों पर उतरी थीं। सूत्र बताते हैं मस्जिद का अवैध निर्माण 6750 स्क्वायर फुट तक पहुंच गया है। यह पूरी जमीन हिमाचल सरकार की है। बुधवार को हिंदूवीदी संगठनों के लोगों के संजोली के पूरे इलाके में उतरकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन को देखते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया और हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष कमल गौतम को हिरासत में भी ले लिया है।