मोरी के सुदूरवर्ती सांकरी से 10 किमी की दूरी पर समुद्रतल से 3812 मीटर की ऊंचाई पर केदारकांठा बुग्याल बेहद रमणीय व खूबसूरत ट्रैक है। यहां से स्वर्गारोहणी, बंदरपूंछ, व्हाइट माउंटेन, कालानाग, गरूड पर्व की श्रृंखलाओं का मनोहारी दृश्य दिखाई देता है। यहां से सूर्योदय के अद्भुत नजारा दिखाई देता है।
उत्तरकाशी मुख्यालय से करीब 115 किमी की दूरी पर स्थित नेलांग घाटी भौगोलिक परिस्थितियों में लद्दाख और स्फीति घाटी से मेल खाती है। इस कारण इसे उत्तराखंड के लद्दाख के रूप में भी जाना जाता है। चीन सीमा के निकट स्थित यह घाटी पर्यटकों के बीच खासी लोकप्रिय हुई है।
हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी जनपद में प्रकृति ने दिलखोलकर नेमतें बरसी हैं। इन्हीं में से एक है हर्षिल क्यारकोटी ट्रैक। जो धरती पर स्वर्ग का अहसास करता है। प्राकृतिक फूलों से महकता यह ट्रैक रूट पिछले कुछ वर्षों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जहां देशभर से पर्यटक प्रकृति के बीच सुकून के पल बिताने पहुंचते हैं। समुद्रतल से करीब 3480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हर्षिल क्यारकोटी ट्रैक अपनी प्राकृतिक सुंदरता और मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है। जो कि भागीरथी तट पर बसे हर्षिल बेस कैंप से शुरू होता है।