देर रात भयावह हादसे का सच आया सामने, सीएम ने की द्विस्तरीय जांच और मृतकों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान
फ्रंट न्यूज नेटवर्क नेशनल डेस्क, मुम्बई: बुधवार शाम आर्थिक राजधानी मुम्बई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा द्वीप जा रही नीलकमल बोट एक तेज गति से आ रही नौसेना की छोटी बोट से टकराकर भयंकर हादसे का शिकार हो गई थी। नौसेना द्वारा दुर्घटना का कारण मुंबई हार्बर में नौसेना की नाव का इंजन अचानक खराब होने के बाद चालक दल का इंजन परीक्षण के दौरान नियंत्रण खो बैठना है।
नौसेना की नाव का इंजन खराब होने से हुआ था भयंकर हादसा
देर रात नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि बुधवार शाम भारतीय नौसेना के एक जहाज ने इंजन की खराबी के कारण परिणामस्वरूप, नाव एक यात्री नौका से टकरा गई और पलट गई।
नौसेना के बयान में आगे बताया गया कि हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की सूचना मिली है। घटनास्थल से बचाए गए लोगों को पास के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। खोज और बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया है, जिसमें 4 नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 नौसेना के जहाज, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस के जहाज जीवित बचे लोगों को निकालने के लिए काम पर लगाए गए हैं।
खोज अभियान में लगे है 8 जहाज
भारतीय नौसेना के अधिकारी ने मामले में बताया कि भारतीय नौसेना के 8 जहाजों को उस इलाके में खोज अभियान में लगाया गया है, जहां नौका दुर्घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि नौका से टकराने वाली नौसेना की नाव पर सवार छह लोगों में से तीन की मौत हो गई है, जबकि उनमें से एक गंभीर रूप से घायल है। नौका पर 20 बच्चों सहित लगभग 114 लोग सवार थे।
हादसे से आहत सीएम फडणवीस का बयान आया सामने
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नौसेना के वाइस एडमिरल संजय जगजीत सिंह के हवाले से बताया कि नीलकमल कंपनी की बोट गेट वे ऑफ इंडिया से बुधवार 3.55 बजे एलिफेंटा द्वीप के लिए रवाना हुई थी। उरण और करंजा (बूचर द्वीप) के पास पहुंचने पर नौसेना की एक तेज रफ्तार छोटी नाव आकर नीलकमल बोट से टकरा गई। इस भयंकर और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में शाम 7 बजे तक 13 लोगों को मृत घोषित किया गया है। मृतकों में नौसेना के तीन जवान और 10 नागरिक हैं। वहीं, रेस्क्यू टीम द्वारा डूबने से बचाए गए 2 लोगों को बेहद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है।
सीएम ने की मृतकों के आश्रितों को मुआवजे की घोषणा
सीएम फडणवीस ने अपनी मुख्यमंत्री सहायता निधि से बोट हादसे में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा की है। साथ ही घटना की विस्तृत जांच के भी आदेश दे दिए हैं। पुलिस के साथ ही नौसेना से भी द्विस्तरीय जांच कराई जाएगी।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया हादसे का खौफनाक सच
एक चश्मदीद ने फ्रंट न्यूज नेटवर्क प्रतिनिधि को बताया, दोनों नावों की टक्कर काफी भयानक थी। टक्कर लगने के बाद नीलकमल की बोट में पानी भरने लगा और वह समुद्र की गहराइयों में डूबकर ओझल हो गई। नाव पलटने से समुद्र में डूब रहे यात्रियों में जिंदगी बचाने के लिए चीख-पुकार मच गई और समुद्र तट पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। तेज रफ्तार नाव के नीलकमल बोट से टकराने वाला वीडियो वायरल हुआ है जो बेहद भयानक है।