₹15 लाख फिरौती वसूलने के लिए चार माह पहले बनाया था 11 बदमाशों का गैंग
दो दिन पहले अपने ही अपहरण का झूठा मुकदमा लिखाकर दिया गहरी साजिश को अंजाम
महिला समेत आठ बदमाश गिरफ्तार, एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिस लाइन सभागार में किया सनसनीखेज अपहरण कांड का खुलासा
वर्कआउट करने वाली पुलिस टीम को 25हजार रुपये का नकद इनाम देने की भी घोषणा
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। बरेली में रहने वाले सेवानिवृत्त लेखपाल का बेटा अनूप कटियार ही अपने रिश्ते के चचेरे भाई के अपहरण का ‘मास्टमाइंड’ निकला। उसने चार माह पहले 11 बदमाशों का गिरोह बनाकर बांदा निवासी अपने तहेरे भाई हरीश कटियार का अपहरण किया था। इसके बाद खुद लापता हो गया और अपने अपहरण का ड्रामा रचा। अनूप की पत्नी ने उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी के आदेश पर पुलिस टीमें तलाश में जुटी थीं। सोमवार रात बारादरी कोतवाली और भोजीपुरा थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने भोजीपुरा थाना क्षेत्र में गांव मियांपुर के पास मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर एक महिला समेत पांच अन्य बदमाश भी मंगलवार तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

पुलिस ने बदमाशों के चंगुल से हरीश कटियार को मुक्त कराया। बाद में पुलिस ने अनूप कटियार समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें एक महिला भी शामिल है। दरअसल, अनूप कटियार ने ही गिरोह बनाकर फिरौती के लिए हरीश का अपहरण किया था। हरीश की पत्नी से 15 लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी। एसएसपी अनुराग आर्य ने मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेसवार्ता कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। बदमाशों के चंगुल से छूटे हरीश कटियार ने बरेली पुलिस का आभार भी जताया है।
बांदा में अनूप पर दर्ज है हरीश के अपहरण की एफआईआर
बरेली के पवन विहार गणेशपुरम निवासी किरन कटियार ने बारादरी थाने में रिपोर्ट कराई थी कि उसका पति अनूप कटियार (35) मूल रूप से हरदोई जिले के पांडेयपुर का निवासी है। उनके ससुर अमर सिंह कटियार बरेली में लेखपाल थे, जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वह लोग गणेशपुरम कॉलोनी में रहते हैं। अनूप 17 जनवरी को बांदा निवासी हरीश कटियार से मिलने गया था। तब से अनूप और हरीश दोनों लापता थे। उधर, बांदा में हरीश के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें अनूप नामजद कराया। बांदा पुलिस अनूप व हरीश की तलाश कर रही थी। अनूप की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध थी।

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि अनूप कटियार समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अनूप ने ही साजिश रचकर अपने तहेरे भाई हरीश को अगवा किया। खुद भी अगवा होने का ड्रामा किया ताकि हरीश को यकीन हो जाए कि वे दोनों अगवा हुए हैं। अनूप के गिरोह ने हरीश कटियार की पत्नी से 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। इधर, अनूप ने अपने साथी अंकित कटियार से पत्नी किरन को कॉल कराया और पांच लाख फिरौती की मांग की थी। हरीश को बक्शे में बंदकर रखा गया था। फिरौती न मिलने पर उनकी हत्या की साजिश रच रखी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए हरीश को मुक्त करा लिया। पुलिस जांच में पता चला है कि यह 11 लोगों का गिरोह है। यह गिरोह पिछले लगभग चार महीने से अपहरण की साजिश रच रहा था। तीन आरोपी फरार हैं। इनकी तलाश की जा रही है।
खुलासे में शामिल पुलिस टीम को ₹25हजार के कैश प्राइज की घोषणा
एसएसपी ने खुलासे में शामिल बारादरी और भोजीपुरा कोतवाली की पुलिस टीम को ₹25 हजार रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा भी की है। उन्होंने बताया कि एडीजी और अन्य उच्चाधिकारियों से पुलिस टीम की पुरस्कार राशि बढ़ाने की भी प्रबल संस्तुति की है।