एफएनएन, काठमांडू: जेन-जी के प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को न्यू बानेश्वर स्थित संघीय संसद परिसर में पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर और गेट फांदकर धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारियों ने पहले शांति बनाए रखने का संकल्प लिया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया.
स्थिति बिगड़ने के बाद काठमांडू जिला प्रशासन ने बानेश्वर के आसपास के प्रमुख इलाकों में दोपहर साढ़े 12 बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया. मुख्य जिला अधिकारी छबी रिजाल द्वारा हस्ताक्षरित कर्फ्यू नोटिस के अनुसार यह निर्णय स्थानीय प्रशासन अधिनियम, 2028 की धारा 6 (ए) के अनुसार लिया गया है.
कर्फ्यू न्यू बानेश्वर चौक से पश्चिम की ओर एवरेस्ट होटल के साथ बिजुलीबाजार पुल तक, पूर्व की ओर शांतिनगर के मिन भवन के साथ टिंकुने चौक तक, उत्तर की ओर आईप्लेक्स माल के साथ रत्न राज्य माध्यमिक विद्यालय तक और दक्षिण की ओर शंखमुल पुल तक फैला हुआ है.
एक प्रदर्शनकारी की मौत
इस बीच न्यू बनेश्वर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. सिविल अस्पताल के कार्यकारी निदेशक मोहन चंद्र रेग्मी ने पुष्टि की कि इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
मोटरसाइकिलों में लगाई आग
द हिमालियन के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने दमक चौक से नगर निगम कार्यालय की ओर मार्च निकाला, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का पुतला जलाया और नगर निगम के गेट तोड़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने कई मोटरसाइकिलों में भी आग लगा दी.
उन्होंने बताया कि दर्जनों घायल प्रदर्शनकारियों का इलाज अस्पताल, एवरेस्ट अस्पताल और आसपास के अन्य अस्पतालों में चल रहा है. प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र का उल्लंघन कर संसद परिसर में घुसने के बाद स्थिति बिगड़ गई है. पुलिस ने उन पर पानी की बौछारों, आंसू गैस और गोला-बारूद से जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कई लोग घायल हो गए.
सोशल मीडिया बंद करने को लेकर प्रदर्शन
बता दें कि प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बंद करने के सरकार के फैसले के खिलाफ काठमांडू, पोखरा, बुटवल, विराटनगर और अन्य शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं. बानेश्वर में, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस छोड़े जाने से पहले कुछ युवाओं को पुलिस गार्ड हाउस पर चढ़ते देखा गया. संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया
अधिकारियों ने बानेश्वर में स्थिति को बेहद तनावपूर्ण बताया और कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और संसद परिसर में घुस गए, जिसके बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया.जेनरेशन जेड के युवाओं के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों को शुरू में शांतिपूर्ण घोषित किया गया था, लेकिन बैरिकेड्स तोड़ दिए जाने के बाद यह उग्र हो गया.





