- जेल में बंद कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के नाम से कारोबारी को की थी व्हाट्सएप कॉल
एफएनएन,रुद्रपुर: फिल्म अभिनेता सलमान को मारने की धमकी देने वाले जेल में बंद कुख्यात बदमाश लॉरेंस विश्नोई के नाम से रुद्रपुर के एक टायर कारोबारी को व्हाट्सएप कॉल कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई। टायर कारोबारी की दुकान पर पैदल पहुंचे दो अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ छह राउंड फायर कर दहशत फैला दी। फायरिंग के बाद बदमाश नेशनल हाईवे तक बाइक से पहुंचे। जहां पहले सेे खड़ी कार में सवार होकर गदरपुर की ओर फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई।
बराड़ कालोनी, रामपुर रोड निवासी निर्मन विर्क की गल्ला मंडी में गुरुनानक टायर के नाम से दुकान है। पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे निर्मन के मामा जगजीवन सिंह दुकान पर पहुंचे तो वह किसी काम से दुकान छोड़कर चला गया। दुकान पर जगजीवन के अलावा दो अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसी बीच दो अज्ञात बदमाश दुकान पर पैदल पहुंचे और उन्होंने निर्मन के बारे में पूछा। इसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ छह राउंड गोलियां चला दीं।
कारोबारी और कर्मियों ने छुपकर बचाई जान
गोली चलते ही दुकान में मौजूद जगजीवन और कर्मचारियों ने बमुश्किल जान बचाई। वहीं, आसपास के दुकानदारों में हड़कंप मच गया। गोली चलाने के बाद दोनों बदमाश एक बाइक पर सवार होकर नेशनल हाईवे की तरफ भागे। जहां हाईवे पर पहले से खड़ी कार में सवार होकर गदरपुर की ओर भाग गए। दुकान स्वामी निर्मन का कहना है कि बदमाशों ने गोली चलाने के पांच मिनट बाद ही उसके व्हाट्सएप पर ऑडियो कॉल किया। कॉल कर रहे बदमाश ने खुद को लॉरेंस विश्नोई बताया और कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है। यदि एक करोड़ की रंगदारी नहीं दी तो अंजाम आगे और बुरा होगा।
गोलीबारी के बाद बोले बदमाश, यह तो ट्रेलर
गोली चलने की सूचना मिलते ही एसएसपी डीएस कुंवर, एसपी सिटी देवेंद्र पींचा, एसपी क्राइम प्रमोद कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए छह टीमें गठित कर दी हैं। शीघ्र मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
लॉरेंस विश्नोई के नाम से खौफ फैलाने की तो नहीं थी साजिश
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में लॉरेंस विश्नोई एक आतंक का नाम है। पंजाब के फाजिल्का के अबोहर के रहना वाला लॉरेंस विश्नोई के पिता पंजाब पुलिस के कांस्टेबल रह चुके हैं। वर्ष 2011 से अब तक लॉरेंस पर हत्या, रंगदारी समेत विभिन्न धाराओं में 50 केस दर्ज हैं, जिसमें वह 30 में बरी हो चुका है। पुलिस इस कोण पर काम कर रही है कि लॉरेंस के नाम से गोली चलाकर खौफ फैलाने की साजिश तो नहीं की जा रही है।
नकाब नहीं पहने थे बदमाश
मंगलवार शाम दुकान पर पहुंचे बदमाशों ने नकाब नहीं पहना था। दुकान पर पहुंचते ही उन्होंने निर्मन विर्क के बारे में पूछा और ताबड़तोड़ छह फायर कर दिए। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि दुकान पर इस समय निर्मन नहीं है। फायरिंग के बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर अपनी पहचान छिपाने के लिए ऑडियो कॉल किया। ताकि वह पहचान में न आ जाएं।
गोलीबारी के दौरान बंद थे सीसीटीवी कैमरे
बदमाशों ने जिस समय दुकान में गोलीबारी की उस समय दुकान के सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी है। बदमाशों को पुलिस हाइवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से तलाश की जा रही है। वहीं कुख्यात बदमाश लॉरेंस विश्नाई के नाम से कॉल करने से पुलिस के माथे पर बल आ गया है।
अपराधी के नाम पर रंगदारी मांगने की साजिश तो नहीं?
पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार लॉरेंस विश्नोई के नाम से खौफ फैलाने व एक करोड़ रुपये रंगदारी वसूलने की साजिश भी हो सकती है। रंगदारी मांगने के मामले में स्थानीय कुछ लोगों का हाथ होने की आशंका है। वहीं रंगदारी के बाद दुकानदार निर्मन भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। उसका कहना है कि इससे पहले उसके पास रंगदारी को लेकर किसी तरह का कॉल नहीं आया था। गोली चलाने के बाद रंगदारी मांगने ने पुलिस को फिलहाल उलझा कर रख दिया है। बता दें कि कुख्यात बदमाश लॉरेंस इस समय अजमेर जेल में बंद है।
दिनदहाड़े गदर की वजह रुपये का लेनदेन तो नही
गोलीबारी के बाद रंगदारी मांगने के पीछे रुपये का लेनदेन हो सकता है। सूत्रों की मानें तो टायर कारोबारी निर्मन विर्क ब्याज पर रुपये देने का काम भी करता है। उसने कई लोगों को ब्याज पर रुपये दिए हैं। पुलिस को आशंका है कि फायरिंग के पीछे रुपये का लेनदेन हो सकता है। इसके अलावा फायरिंग करने वाले बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि टायर कारोबारी किस समय दुकान पर आता-जाता है।
गोलियों की तड़तड़ाहट से मची अफरातफरी
दुकान में अचानक हुई गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास के दुकानदारों व मोहल्लेवासियों में अफरातफरी मच गई। लोग व दुकानदार दुकान पर पहुंचे तो दुकान के अंदर मौजूद तीनों लोग सकुशल मिले। जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
लोकल कनेक्शन मान रही पुलिस
गोलीबारी व रंगदारी को पुलिस लोकल कनेक्शन मान रही है। पुलिस ने रुद्रपुर शहर के साथ ही यूपी से सटी सभी सीमाओं पर चौकसी कर दी है। देर रात गदरपुर व आसपास के संपर्क मार्गों पर वाहनों की तलाशी की गई। लेकिन रात साढ़े 10 बजे तक पुलिस के हाथ खाली रहे। पुलिस का कहना है कि जिस तरीके से बदमाश दुकान पर पहुंचे उससे लोकल कनेक्शन लग रहा है।
बहुत जल्द होगा वारदात का खुलासा
दुकान में गोलीबारी व रंगदारी मांगने के मामले का शीघ्र खुलासा कर दिया जाएगा। लॉरेंस विश्नोई का नाम सामने आने पर इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर काम कर रही है। मामले के खुलासे को लेकर एसटीएफ समेत छह टीमें गठित कर दी हैं। – डीएस कुंवर, एसएसपी।