शाही, दुनका, वसावनपुर समेत तमाम गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, दुनका-नगरिया सोबरनी रोड पर चल रही तीन फुट गहरी धार, आवागमन ठप
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। बीते दिनों हुई भारी बारिश के बाद उत्तराखंड के गौला और पीलीभीत के शारदा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से बरेली जिले में भी रामगंगा, बहगुल समेत सभी नदियां उफनाई हुई हैं। मीरगंज तहसील के शाही, दुनका समेत कई गांवों में बहगुल नदी की बाढ़ का पानी घुस गया है। रविवार को दुनका- नगरिया सोबरनी रोड पर तो बहुल नदी की तीन फुट गहरी धार चलने से आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। शाही क्षेत्र का गांव वसावनपुर बाढ़ में घिरा हुआ है। इस गांव ते तमाम घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण घरों का कीमती सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं।
गांव सुल्तानपुर के मुर्गी फार्म में बाढ़ का पानी भर जाने से सैकड़ों मुर्गे-मुर्गियां डूब गए हैं। दुनका में वाल्मीकि बस्ती में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। दुनका-धनेली रोड पर भी बहगुल नदी की बाढ़ का पानी बह रहा है। उधर, रामगंगा नदी भी उफान मार रही है। अफसरों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया है।
तहसीलदार ने लिया बाढ़ के हालात का लिया जायजा
मीरगंज क्षेत्र की रामगंगा, भाखड़ा, पीलाखार, बहगुल और कुल्ली नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। शनिवार को तहसीलदार मीरगंज विशाल कुमार शर्मा ने राजस्व निरीक्षक धनपाल और क्षेत्रीय लेखपाल लोकेन्द्र सिंह के साथ जाकर नदी किनारे बसे सुल्तानपुर, धर्मपुरा, मीरपुर, दुनका, बफरी अब्दुल नबीपुर, जुन्हाई आदि गांवों का निरीक्षण किया। लोगों से नदी से दूर रहने की अपील की है। बताया, गौला बैराज काठगोदाम से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की वजह से बरेली जनपद की नदियों में भी बाढ़ की स्थिति बन गई है। प्रशासन सभी जरूरी और एहतियाती उपाय कर रहा है।
रामगंगा भी कई गांवों में कर रही कटान
उपजिलाधिकारी मीरगंज तृप्ति गुप्ता ने बताया कि रामगंगा नदी किनारे बसे कई गांवों में भी कृषि भूमि के कटान की सूचना मिली है। बाढ़ खंड के अधिकारियों को कटान रोकने के लिए समुचित व्यवस्था कराने को निर्देशित किया है।
बहेड़ी के तमाम गांवों में भी बाढ़ का कहर
गौला बैराज से पानी छोड़े जाने से बहेड़ी में किच्छा नदी भी उफान पर है। शनिवार को बहेड़ी तहसील के गांव रतनपुर नौडांडी, रजपुरा, रिछोली, सुकटिया, हरहरपुर, फाजलपुर, चाचेट,मौलाना फॉर्म, भाटिया फॉर्म, मुड़िया मुकरमपुर समेत दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। बाढ़ का पानी गांवों की आबादी से लेकर सड़कों तक पर बह रहा है।