एफएनएन, देहरादून: बहनों का सबसे लोकप्रिय त्योहार है रक्षाबंधन । ये त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाता है। इस दिन का इंतजार बहनों को बड़ी बेसब्री से रहता हैं। इसलिए इसे राखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार बहनों और भाइयों के प्रेम का पर्व है। बहनें अपने भाइयों की सुख -समृद्धि के लिए उनकी कलाई पर राखी बांधती है, तो वहीं भाई बहनों को उनकी रक्षा के लिए वचन देते हैं। इस वर्ष यह रक्षाबंधन 3 अगस्त सोमवार को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
शुभ संयोग
इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व सावन के पांचवे और अंतिम सोमवार के दिन पड़ रहा है। इस दिन रक्षाबंधन का शुभ संयोग पड़ रहा है। भद्रा सूर्य की पुत्री है, जो इस बार रक्षाबंधन के दिन सुबह 9:29 बजे तक रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्रा में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है। भद्रा की समाप्ति के बाद ही बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधें। अगस्त की 3 तारीख को सुबह 7:20 बजे तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है और उसके बाद श्रवण नक्षत्र लग जाएगा। जानकारों के मुताबिक सोमवार के दिन रक्षाबंधन होने से अन्न एवं धनधान्य के लिए अच्छे अवसर रहेंगे।
रक्षाबंधन की पूजा विधि मंत्र
रक्षाबंधन के दिन बहने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं। साथ ही वे भाइयों की दीर्घायु, समृद्धि व खुशी की मनोकामना भी करती हैं। राखी बांधते समय शुभ मंत्र भी पढ़ जाता है जो इस प्रकार है।
ॐ ये बद्धो बली राजा दानवेंन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्रामि रक्षे मा चल मा चल।।
रक्षाबंधन का शुभ मुहुर्त
इस बार रक्षाबंधन का शुभ मुहुर्त 3 अगस्त सोमवार सुबह 9ः28 से रात 12ः14 तक है, यानि राखी बांधने का शुभ मूहुर्त 12 घंटे का है। राखी का त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण मास का यह बड़ा ही शुभ दिन होता है।