एफएनएन, बरेली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ. कलीम बहादुर का शनिवार रात कोरोना से निधन हो गया। वे लंबे समय से उम्रजनित बीमारी से ग्रसित थे। इस दौरान कोरोना ने उन्हें अपनी जद में ले लिया। 1857 के शहीद खान बहादुर खां के पौत्र बरेली निवासी कलीम बहादुर का विवाह शहर के जाने-माने वकील और पुराने पत्रकार मुंशी प्रेमनारायण सक्सेना की पुत्री किरन सक्सेना से हुआ था। इस अंतर्धार्मिक वैवाहिक रिश्ते की एक समय काफी चर्चा रही थी। कलीम बहादुर प्रारम्भ में गांधी फ़ैज़ाम डिग्री कालेज में अंग्रेजी के प्राध्यापक रहे लेकिन बाद को जेएनयू चले जाकर साउथ एशियन स्टडीज में प्रोफेसर होकर वहीं से सेवानिवृत्त हुए। उनकी पत्नी भी वहीं प्रोफेसर रहीं जिनका डेढ़ वर्ष पूर्व निधन हो गया।
गली नवाबान में था कलीम बहादुर का घर
साहित्यकार सुधीर विद्यार्थी ने बताया कि कलीम बहादुर का घर बरेली शहर के गली नावबान में था। वर्ष 2001 में वे बरेली कालेज के निमंत्रण पर यहां आए थे। तब उन्होंने अपनी स्मृतियों को शहरवासियों से साझा किया था।
कलीम बहादुर के निधन पर सीमा नवलगढ़िया, डॉ. वी.डी. अग्रवाल, डॉ. बृजेश्वर सिंह, संजीव मेहरोत्रा, प्रो. एन. एल. शर्मा, शोभना शलभ, डॉ. नित्यानंद मुदगल, कविता भारत, मो. यूसुफ एडवोकेट, अंशुमाली रस्तोगी, अंजू गुरहा, सुधीर विद्यार्थी आदि ने शोक व्यक्त करते हुए कलीम बहादुर को बरेली की बड़ी शख्सियत बताया।