एफएनएन, मुंबई : रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी बुरे फंस गए हैं। उनके ख़िलाफ़ महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने
विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दाख़िल किया है। प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा में खासा हंगामा भी हुआ और आधे घंटे के लिए कार्रवाई रोक दी गई। बाद में विधानसभा ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया। ऐसे में अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ सदन जल्द ही कार्रवाई शुरू कर सकता है। अर्नब पर सख्त से सख़्त कार्रवाई की मांग परिवहन मंत्री अनिल परब ने की है। अनिल परब ने कहा, “अगर कोई पत्रकार के ख़िलाफ़ कुछ बात करे या फिर उन्हें हाथ लगाए तो इस विधानसभा में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक्ट बनाया गया था. पर कोई पत्रकार ही किसी जन प्रतिनिधि के बारे में कुछ कहे तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं.” प्रताप सरनाइक ने कहा, “मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार के ख़िलाफ़ अर्नब गोस्वामी ने जिस भाषा का प्रयोग किया है, उसकी मैं निंदा करता हूं। अनिल परब ने अर्नब गोस्वामी के बारे में कहा, “अर्नब को लगता है कि वो खुद ही जज है। उद्धव ठाकरे और शरद पवार के ख़िलाफ़ उन्होंने तू-तड़ाक वाली शैली में बात की है। इस सदन को जिस तरह से पत्रकारों की सुरक्षा का क़ानून पास करने का अधिकार है उसी तरह से किसी पत्रकार के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का भी अधिकार है।