एफएनएन, लखनऊ- कुछ दिन पहले ही लाॅकडाउन से उबरे उत्तर प्रदेश में एक बार फिर दो दिनी बंदी ने जिंदगी की रफ्तार रोक दी है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार का यह फैसला भले ही उचित हो, लेकिन सवाल उन लोगों का है जिनका परिवार की मेहनत पर गुजर-बसर करता है। कुल मिलाकर लॉकडाउन शुक्रवार रात 10 बजे से लागू हो गया है, जो 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसी के मददेनजर सीमाओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। खास कर दिल्ली से लगती सीमाओं पर पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया। पुलिस आने-जाने वाली गाड़ियों की लगातार जांच कर रही है। इसका असर यातायात पर भी दिख रहा है।
घर से निकलना कुछ की मजबूरी भी
लॉकडाउन की वजह से जरूरी काम से ही लोग घर से बाहर निकल रहे है। हर चैक-चैराहों पर मुस्तैदी के साथ पुलिस तैनात है। लॉकडाउन एक की तरह की पुलिस कड़ाई बरत रही है। हर आने-जाने वालों पर पुलिस की नजर है। यात्रियों की आईडी चेक करने के बाद सीमा के अंदर जाने की इजाजत दी जा रही है। कई लोगों का कहना है कि मैंने ई-पास के लिए आवेदन करने की कोशिश की, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर इसके लिए कोई विकल्प नहीं है।
नोएडा में एक दिन में 168 नए मामले
कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले में एकाएक उछाल आया है। बात नोएडा की करें तो मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पूरे उत्तर प्रदेश में अब रोज सैकड़ों लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। यही वजह है कि योगी सरकार ने महज लॉकडाउन का फैसला किया है। बता दें कि नोएडा में शुक्रवार को कोविड-19 के 168 नए मामले सामने आए हैं। यहां मरने वालों की संख्या 31 हो गई है।