एफएनएन, लखनऊ : हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या मामले में पुलिस ने बरेली शाहाबाद के कुल्हाड़ा पीर मोहल्ला निवासी कैफी अली व उसके साथी कामरान को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों कैफी और कामरान पर गैंगस्टर लगाया गया था। खुर्शेदबाग में रहने वाले कमलेश तिवारी की पिछले साल 18 अक्तूबर को उनके घर में ही स्थित कार्यालय में निर्मम हत्या कर दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक बरेली के शाहाबाद निवासी कामरान पर सूरत से गिरफ्तार आरोपियों की मदद करने का आरोप है। उसके खिलाफ गुंडा और गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कामरान के अलावा एक अन्य आरोपी कैफी अली को भी पकड़ा था। लेकिन उसकी गिरफ्तारी पर रोक का कोर्ट का आदेश होने के कारण पुलिस को उसे छोड़ना पड़ा। इस सम्बन्ध में कुछ समय पहले ही नाका कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। एसीपी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि कैफी व कामरान की तलाश में एक टीम बरेली गई थी। वहां से इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पर, जब पुलिस उन्हें लखनऊ लाने लगी तभी कैफी के घर वालों ने पुलिस को बताया कि कोर्ट से उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगी हुई है। कैफी पर आरोप था कि उसने अपने साथी नावेद की मदद से शूटरों को नेपाल सीमा तक भागने में मदद की थी।
चाकू से किए गए थे 15 वार
कमलेश तिवरी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिल दहला देने वाली जानकारी सामने आई थी। इसके मुताबिक, हत्यारों ने कमलेश तिवारी पर 15 बार चाकुओं से वार किया था। इसके अलावा गला रेतने और गोली मारने का भी खुलासा हुआ था। मालूम हो कि कमलेश तिवारी के सीने और जबड़े पर चाकुओं से वार के साथ ही गला रेतने की बात भी सामने आई थी। इसे अलावा कमलेश तिवारी की पीठ पर भी चाकुओं से वार के निशान पाए गए थे।