एफएनएन, नई दिल्ली: हरतालिका तीज भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का विशेष महत्व है। हरतालिका तीज को कई जगहों पर तीजा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं निराहार और निर्जला रहकर अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती है। हरतालिका तीज 21 अगस्त को शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। शुक्र प्यार का कारक ग्रह है और तीज पति-पत्नी का त्योहार है। इसलिए शुक्रवार के दिन तीज का पड़ना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सूर्य का उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और सिद्धि योग है।
पूजन व शुभ मुहूर्त
21 अगस्त की सुबह 5 बजकर 30 पर तीज की शुरूआत होगी। ये मुहूर्त 10 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इसके बाद बीच में राहुकाल आएगा। इसके बाद दूसरा मुहूर्त 12 बजे से शुरू होकर 3 बजे तक रहेगा। इस दिन अगर पति-पत्नी दोनों गुलाबी वस्त्र पहनें और पत्नी पूरा 16 श्रृंगार करें तो इस पूजा का विशेष फल मिलेगा।
विवाह का बनेगा योग
इसी दिन पार्वती जी ने व्रत रखकर शिव जी को प्राप्त किया था। इसलिए इस दिन शिव पार्वती की पूजा का विशेष विधान है। जो कुंवारी कन्याएं अच्छा पति चाहती हैं या जल्दी शादी की कामना करती हैं तो उन्हें भी आज के दिन व्रत रखना चाहिए। इससे उनके विवाह का योग बन जाएगा।