- किसानों के उत्पाद को प्रोसेस करने के बाद मिलेगा बड़ा बाजार
एफएनएन, रूद्रपुर : उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी चावल एवं फ्रोजन उत्पाद निर्यातक कंपनी केएलए इंडिया पब्लिक लिमिटेड ने किसानों की आर्थिक स्थति को सुधारने के लिए नई पहल की है। कंपनी ने हरिद्वार में टिहरी से विस्थापित पांच सौ से अधिक किसानों के उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध कराने के लिए नाबार्ड के सहयोग से एक करार किया है। जिसके अंतर्गत कंपनी किसानों से उत्पाद लेगी और उसे प्रोसेस करने के बाद पैकिंग करके किसानों को उपलब्ध करायेगी। इससे किसानों को उनकी उपज का करीब तीन गुना अधिक दाम मिलेगा।
हरिद्वार में आयोजित कृषक उत्पादकता समूह किसान आग्रारियन फार्मर्स प्रोड्यूस कंपनी लिमिटेड से जुडे़ 512 किसान सदस्यों के 15 डायरेक्टर एवं सीईओ अभिषेक विनीत के साथ केएलए प्रबंधन की अहम बैठक में किसानों की आर्थिक हालत को सुधारने के लिए अहम फैसले लिये गये। देश के शीर्ष निर्यातकों में से एक केएलए के प्रबंध निदेशक अरुण अग्रवाल, डायरेक्टर अशोक अग्रवाल, नीतू अग्रवाल नमन अग्रवाल ने इस बैठक में किसानों को सीधे बाजार से जोड़ने की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। केएलए के प्रबंध निदेशक अरूण अग्रवाल ने एफपीओ के डायरेक्टरों को बताया कि किसान कौन सी फसल उगाकर किस तरह से अपनी फसल का तीन गुना दाम बाजार से ले सकता है।
अरुण अग्रवाल ने बताया कि आज किसान को अपनी फसल को बेचने के लिए तमाम झंझटों से जूझना पड़ता है और उन्हें अपनी फसल का वाजिब दाम बाजार में नहीं मिल पाता। अगर किसानों की उपज को प्रोसेस करके उसे बाजार उपलब्ध करा दिया जाये तो किसानों की आय कई गुना बढ़ सकती है। इससे राज्य को ही नहीं देश के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। इस काम मंे केएलए किसानों के साथ पूरा सहयोग करेगा और किसानों की फसलों से तैयार उत्पादों को नई पहचान मिलेगी।
केएलए के डायरेक्टर अशोक अग्रवाल ने बताया कि किसानों की उप को केएलए की अत्याधुनिक इकाई में प्रोसेसिंग और पैकिंग के बाद बाजार तक ले जाने की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इससे किसानों को अपने उत्पाद को बेचने के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा और उन्हें कीमत भी करीब तीन गुना मिल सकेगी।
बैठक मीरो लैबस की फाउंडर सुनीति गुप्ता ने फसल को सोलर ड्रायर, कोल्ड स्टोरेज एवं मी टैक के माध्यम से ग्राहक तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी विस्तार से दी। पीएल इंडस्ट्री के गाजियाबाद के रीज़नल मैनेजर सचिन सैनी ने बताया कि कौन सी कीटनाशक दवाई का प्रयोग कर किसान अपनी फसल को पूर्णतः सुरक्षित कर सकता है, और इस कीटनाशक के दुष्प्रभाव भी नहीं रहते।
बैठक में नाबार्ड के हरिद्वार के जिला विकास प्रबंधक अखिलेश डबराल ने कहा कि कृषि सेक्टर में किसानों को बाजार से सीधे जोड़ने का हमारा लक्ष्य है। हम सभी के सहयोग से इस मामले में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बैठक में किसान आग्रारियन फार्मर्स प्रोड्यूस कंपनी लिमिटेड के डायरेक्टरों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने अनुभवों और विचारों को साझा किया और कृष सेक्टर में किसानों की स्थिति को सुधारने के विभिन्न तरीकों पर विचार-विमर्श करते हुए अपने सुझाव भी दिये।