एफएनएन, किच्छा: चुनाव संचालन समिति को मुगालता में रख, व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष पद की दावेदारी की जाने के बाद मामला चर्चा का विषय बन गया है, बताया जा रहा है, कि उक्त व्यापारी द्वारा नियम को ताक पर रख कर व्यापार मंडल का सदस्य बना गया है। ऐसे सवाल उठता है कि क्या व्यापार मंडल चुनाव संचालन समिति उक्त पदाधिकारी की सदस्यता खारिज करता है या फिर चुनावी मैदान में आने के लिए व्यापारी द्वारा कोई जोड़ गणित बैठाया जाता है।
विदित हो कि व्यापार मंडल चुनाव की सरगर्मियों के आरम्भ होने के साथ ही चुनावी मैदान में उतरने वाले दर्जनों लोगों द्वारा अपनी दावेदारी ठोकर चुनाव संचालन समिति के समक्ष लगातार सदस्यता प्राप्त की जा रही है। ऐसे में एक मामला ऐसा भी प्रकाश में आया है कि नियम बंधनों के चलते चुनावी मैदान में उतरे एक व्यापारी द्वारा व्यापार मंडल की सदस्यता नहीं ली परन्तु संचालन समिति को धोके में रखते हुए उक्त व्यापारी द्वारा व्यापार मंडल की सदस्यता ले ली गयी।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उक्त व्यापारी की सदस्यता को संचालन समिति खारिज करेगी या फिर व्यापार मंडल के चुनावी मैदान में उतरने के लिए व्यापारी द्वारा साम, दाम, दंड भेद के जोर पर चुनावी मैदान में आने का प्रयास किया जायेगा ऐसे अनेक सवाल फिलहाल चर्चा का विषय बने हुए है, वहीं दूसरी ओर उक्त व्यापारी से वार्ता करने का प्रयास भी किया गया, परन्तु व्यापारी द्वारा मामले को लेकर कोई पक्ष नहीं रखा गया।