एफएनएन, चंडीगढ़ : इंटरनेट मीडिया पर कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति कथित रूप से डीजल में पराठा बनाता नजर आ रहा है। यह वायरल वीडियो चंडीगढ़ के एक ढाबे का बताया जा रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति कहता नजर आ रहा है कि इसका कचौड़ी जैसा टेस्ट आता है। वहीं उसने बताया इसे लोग भी खूब पसंद करते हैं।
इंटरनेट मीडिया के एक्स पर ‘द कैंसर डॉक्टर’ नामक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा कि आगे क्या होगा, हार्पिक पराठा? जब आईसीएमआर आपको व्हे प्रोटीन से परहेज करने की सलाह देता है और एफएसएसएआई (FSSAI) को मसाले में एथिलीन ऑक्साइड के स्तर की परवाह नहीं है… तो हम क्या कह सकते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि भारत दुनिया की कैंसर राजधानी है।
आखिर क्या है सच्चाई?
वायरल वीडियो के बीच ढाबे के मालिक ने वायरल डीजल पराठा (Diesal Paratha Viral Video) के दावों का खंडन किया है। एएनआई के मुताबिक ढाबे के मालिक चन्नी सिंह ने कहा कि हम न तो ‘डीजल पराठा’ जैसी कोई चीज बनाते हैं और न ही ग्राहकों को ऐसी कोई चीज परोसते हैं। एक ब्लॉगर ने वह वीडियो सिर्फ मनोरंजन के लिए बनाया था।
यह सामान्य सी बात है कि कोई भी इस तरह का पराठा तैयार नहीं करेगा। पराठे को डीजल में नहीं पकाया जाता। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि वीडियो कैसे वायरल हो रहा है, मुझे इसके बारे में कल ही पता चला।
चन्नी ने कहा कि इस वीडियो को संबंधित ब्लॉगर ने हटा दिया है और लोगों से माफी भी मांगी है। ढाबे मालिक ने कहा कि हम केवल खाद्य तेल का उपयोग करते हैं यहां लोगों को स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराया जाता है। हम यहां से लंगर की आपूर्ति भी करते हैं। हम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं करते।