- बॉर्डर पर आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध, एसएसबी के उच्चाधिकारी मौके पर
- नहीं माना नेपाल, जारी रखा नो मैंस लैंड पर अतिक्रमण
एफएनएन, बनबसा: नेपाल की हिम्मत तो देखिए, पिछले तीन दिनों से भारत के सकारात्मक रवैये को वह कमजोरी समझ बैठा। नो मेंस लेंड में पिलर लगाने की उसकी कार्यवाही शनिवार को भी जारी रही। इस बीच एसएसपी ने विरोध किया तो वहां के नागरिकों ने पथराव कर दिया। एसएसबी जवान भले ही लौट आए लेकिन इस हरकत के बाद एसएसबी ने बॉर्डर पर आने-जाने से पूरी तरह से रोक लगा दी है।
इंडो नेपाल बॉर्डर के पिलर 811 के समीप नो मैंस लैंड पर नेपाल वन समिति व नेपाली नागरिकों द्वारा अतिक्रमण के उद्देश्य से विगत पांच छह दिन से तारबाड़ की जा रही है। यह कार्य शनिवार को भी जारी रहा। शुक्रवार शाम एसएसबी की टीम निर्माण कार्य रुकवाने पहुंची तो नेपाली नागरिकों ने पथराव शुरू कर दिया। मामला आगे न बढ़े इस पर एसएसबी जवान लौट आए। उन्होंने मुख्यालय को अवगत कराया है। नेपाली नागरिकों ने रोक के बावजूद बंधे के किनारे तक पिलर लगा दिए।
भारतीय दूतावास को अवगत कराया
शनिवार को अतिक्रमण हटाने के लिए नेपाल की ओर से मांगे गए दो दिन का समय भी पूरा हो गया लेकिन अतिक्रमण हटाने के बजाय और बढ़ा दिया गया है। एसपी चंपावत लोकेश्वर सिंह का कहना है कि स्थिति से शासन को अवगत करा दिया गया है। इसके साथ ही डीएम एसएन पांडे ने नेपाल में तैनात भारतीय दूतावास के अधिकारियों से वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी है और अपने स्तर से नेपाल प्रशासन से वार्ता करने के लिए कहा है।