- गर्भवती होने पर पोती को मारकर शव दफनाने का था आरोप
- पिता को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जांच को भेजा था सैंपल
एफएनएन, बागेश्वर: हत्या के बाद नाबालिग का शव दफनाए जाने का मामला गहरा गया है। जिन चार लोगों के डीएनए जांच के लिए भेजे गए थे, उनमें से एक आरोपित मृतका के दादा ने 18 दिन बाद चट्टान से कूदकर आत्महत्या कर ली।
मामला कांडा तहसील के मंतोली गांव का है। गत सात जुलाई को यहां एक नाबालिग गर्भवती किशोरी को मारकर दफना दिया गया था। पुलिस ने लाश को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराया था। मृतका के पेट में चार माह का गर्भ मिला था। मां की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था और मृतका के पिता प्रकाश चंद्र कांडपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जांच के दौरान सामने आए चार नामों के डीएनए सैंपल लिए गए थे, जिसमें मृतका के दादा लक्ष्मी दत्त कांडपाल भी शामिल थे। रिपोर्ट अभी आनी थी, लेकिन शनिवार सुबह उन्होंने घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर गोगिन्याली नामक पहाड़ी से कूद लगा दी। पुलिस उसे खाई से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाई, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।