एफएनएन ब्यूरो, बरेली। अंतरराष्ट्रीय संस्था अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी एवं राष्ट्रीय बाल मासिक पत्रिका ‘बच्चों का देश’ के संयुक्त तत्वावधान में राजसमंद उदयपुर में हुए पत्रिका का रजत जयंती समारोह आयोजित किया गय़ा। समारोह में देश के 21 राज्यों से आए 100 से अधिक बाल साहित्यकारों के बीच बरेली के बाल साहित्यकार गुडविन मसीह का भी सारस्वत अभिनंदन किया गया।
राजसमंद के अणुविभा मुख्यालय चिल्ड्रन्स पीस पैलेस में देश के इस सबसे बड़े बाल साहित्य समागम में संस्था द्वारा आगन्तुक साहित्यकारों को अहिंसा दीर्घा का भी अवलोकन करवाया गया। साथ ही मानव निर्मित देश की सबसे बड़ी राजसमन्द झील के सुरम्य तट पर भ्रमण और योगाभ्यास भी कराया गया।
सभी बालसाहित्यकारों को नौ चौकी स्थल, बोधि स्थल का भ्रमण करवाने के बाद सुसज्जित मंच पर मनभावन सांस्कृतिक आयोजन अयोजित किए गए । सभी बाल साहित्यकारों ने स्थानीय 31 विद्यालयों में जाकर करीब ग्यारह हजार बच्चों के साथ सीधी संवाद स्थापित किया। बाल साहित्य एवन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रति रुचि जगाने, साहित्य सर्जन के निरंतर अभ्यास और अणुव्रत पालन के महत्व को भी समझाया। ‘बच्चों का देश’ मासिक पत्रिका और ऐसी ही अन्य बाल पत्र-पत्रिकाएं पढ़ने के लिए भी बच्चों को प्रेरित किया। संस्था के अध्यक्ष अविनाश नाहर, पत्रिका संपादक संचय जैन, सह संपादक प्रकाश तातेड़ पूरी टीम के साथ पूर्ण मनोयोग से कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे।
इस तीन दिवसीय अनूठे समागम में देश के 21 राज्यों से आए करीब सौ बाल साहित्यकारों ने, बच्चों के लिए साहित्य के माध्यम से और अच्छा करने के उपायों पर गहन चिंतन-मनन एवम विचार- विमर्श किया। रात्रि में बाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न कवियों ने अपनी-अपनी विधाओं में सृजित बाल रचनाओं की प्रस्तुति दी।