एफएनएन, रुद्रपुर : रुद्रपुर के एंबिएंस बैंकट हॉल में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार बंगालियों के हितों को लेकर सजग और सतर्क है। इस दौरान बंगालियों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने, बांग्ला भाषा को सरकारी भाषा घोषित करने और पाठ्यक्रम में शामिल करने व रुद्रपुर में बंग भवन के निर्माण की मांग की गई।
कार्यक्रम में केंद्रीय जहाज रानी राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, जिले के प्रभारी मंत्री गणेश जोशी और कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने हिस्सा लिया। इस दौरान विभाजन संबंधी एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, साथ ही प्रदर्शनी भी लगाई गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभाजन का वो दर्द कितना कष्टकारी था। भारत माता के टुकड़े टुकड़े कर दिए गए, कितना भयावह मंजर था। आज का दिन बलिदान को याद करने का दिन है। इस दर्द की टीस से आज भी लोगो को आंखें नम हो जाती हैं। उस दौरान मानवीय मूल्यों का हनन हुआ। कहा, कि वह उन लोगो को नमन करते है जिन्होंने संघर्ष किया, साथ ही यह भी कहा कि भारत का विभाजन राजनीतिक निर्बलता का उदाहरण है।
बावजूद विभाजन की विभीषिका का दर्द न किसी किताब में पढ़ाया गया और न ही डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया। जिनको आजाद भारत की लड़ाई का जिम्मा सौंपा था, उन्हीं के कारण विभाजन का दर्द लोगो ने झेला। उन्होंने रुद्रपुर में बंगालियों के लिए बंग भवन निर्माण की घोषणा भी की। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की कई योजनाओं के बारे में भी बताया।
विभाजन विभीषिका स्मृति समारोह