एफएनएन, गोपेश्वर: बदरीनाथ यात्रा को लेकर अब कम ही समय बचा है, लेकिन यात्रा का एकमात्र रूट बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह खतरनाक बना है। एक दर्जन से अधिक डेंजर जोन हाईवे के सफर के दौरान राहगीरों को डरा रहे हैं। इनमें से अधिकतर भूस्खलन जोन हाईवे चौड़ीकरण के दौरान उभरे हैं।
हालांकि परथाडीप, मैठाणा, लामबगड़ व पातालगंगा में पुराने भूस्खलन जोन में ट्रीटमेंट के बाद फिलहाल भूस्खलन थमा है। बदरीनाथ हाईवे का आलवेदर रोड योजना के तहत चौड़ीकरण और डामरीकरण का कार्य हो रहा है।
अभी गौचर से बदरीनाथ धाम तक 13 ऐसे स्थान हैं, जहां पर पहाड़ी कटिंग का कार्य होना शेष है। ये कार्य सुप्रीम कोर्ट की रोक हटने के बाद इन दिनों शुरू हुए हैं। इसके अलावा 15 से अधिक जगह चौड़ीकरण के दौरान भूस्खलन से डेंजर जोन उभरे हैं। पहाड़ी से आए दिन हाईवे पर भूस्खलन आम बात है। बारिश के दौरान तो दिक्कतें बढ़ती रही हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कहना है कि इस यात्रा सीजन तक चट्टानों को काटकर हाईवे का कार्य पूरा होना संभव नहीं है तथा नए उभरे भूस्खलन जोन के स्थायी ट्रीटमेंट के लिए भी कार्ययोजना प्रस्तावित है। ऐसे में यात्रा सीजन के दौरान हाईवे पर सुरक्षित आवाजाही किसी चुनौती से कम नहीं हैं।
- ये हैं डेंजर जोन
कमेड़ा, चडुवापीपल, पंच पुलिया के पास, कर्णप्रयाग बाबा आश्रम, कालेश्वर के बीच तीन जगह, लंगासू, बैडाणू, देवलीबगड़, नंदप्रयाग, मैठाणा, कुहेड़, चमोली चाड़ा, क्षेत्रपाल, छिनका, बिरही चट्टान, पीपलकोटी भनारपानी, लंगणी, लंगसी, गुलाबकोटी, हेलंग, सेलंग, विष्णुप्रयाग, बलदौड़ा, गोविंदघाट, लामबगड़ नाला, रडांग बैंड आदि
बदरीनाथ हाईवे पर 13 जगह चट्टान काटकर चौड़ीकरण का कार्य होना शेष है, जिस पर कार्य चल रहा है। यात्रा के दौरान डेंजर जोन में पर्याप्त मशीनें व श्रमिक रखे जाएंगे। कटिंग का कार्य भी रात्रि को तेजी से किया जाएगा। यात्रियों को असुविधा न हो, इसका ख्याल रखा जाएगा।
-कर्नल संदीप कार्की, प्रोजेक्ट मैनेजर, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड एनआइडीसीएल
बदरीनाथ हाईवे पर सड़क सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है। इसके लिए एनएच, आरटीओ और प्रशासन की टीम का संयुक्त निरीक्षण किया गया है। प्रशासन डेंजर जोन के सुधारीकरण और सुरक्षा को लेकर यात्रा सीजन से पहले ही कदम उठाएगा।
-हिमांशु खुराना, जिलाधिकारी चमोली
बदरीनाथ हाईवे पर कई जगह डेंजर जोन हैं। इसका निरीक्षण कर चिह्नित किया गया है। संबंधित विभाग अगर यहां पर सुरक्षा के उपाय नहीं अपनाता है, तो पुलिस सुरक्षित आवाजाही के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती करेंगे, ताकि तीर्थयात्रियों को कोई भी दिक्कत न आए ।
-श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक, चमोली