फ्रंट न्यूज नेटवर्क की खबर का असर, लेकिन सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कब?…सवाल कायम
गणेश ‘पथिक’-एफएनएन ब्यूरो, मीरगंज-बरेली। योगी सरकार की करप्शन पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी और फ्रंट न्यूज नेटवर्क वेबसाइट पर प्रमुखता से प्रकाशित खबर का असर 24 घंटे से भी कम वक्त में ही दिखा है। जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी और अन्य भाजपा नेताओं के धरना-प्रदर्शन तथा एसडीएम तृप्ति गुप्ता के कड़े रुख को देखते हुए जांच कमेटी ने डिलीवरी कराने के बदले स्टाफ द्वारा महिला के घर वालों से वसूले गए पांच हजार रुपये उन्हें वापस दिलवा दिए हैं।
हालांकि यह सवाल अभी भी कायम है कि जहां एक तरफ सरकार सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क सुरक्षित प्रसव के लिए नगद धनराशि देकर प्रोत्साहित कर रही है, वहीं प्रसव के एवज में अवैध वसूली कर स्वास्थ्य विभाग के कुछ भ्रष्ट कर्मचारी भाजपा सरकार की साख पर बट्टा लगा रहे हैं तो ऐसे कर्मियों को सिर्फ अवैध उगाही की रकम वापस करवाकर ही छोड़ दिया जाएगा, या सीएचसी मीरगंज में भ्रष्टाचार फैला रहे सभी गुनाहगारों के पापों का काला चिट्ठा उजागर कर जांच कमेटी उनके विरुद्ध ठोस कार्रवाई की भी एसडीएम से संस्तुति कर सकेगी? सवाल यह भी है कि एसडीएम अस्पताल में अवैध उगाही के सभी दोषियों के विरुद्ध क्या दंडात्मक कार्रवाई कराएंगी ताकि भविष्य में भी भ्रष्टाचारियों को सख्त और साफ सबक निल सके?… देखना बाकी है।