एफएनएन, शिकोहाबाद : यूपी के शिकोहाबाद में कुएं में बेहोश होने के बाद तीनों चाचा-भतीजों की मौत के बाद तीनों के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं चंद्रवीर के दो मासूम बच्चे टकटकी लगाकर अपने पापा के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे। जिनको देखकर प्रशासन का दिल भी पसीज गया। बच्चे प्रशासनिक अधिकारियों से पूछते रहे कि अंकल…हमारे पापा कुएं से कब बाहर आएंगे।
मां रोते-रोते लगा रही थी कुएं की तरफ दौड़
नगला पोहपी में कुएं में चाचा-भतीजों के बेहोश होने के बाद चारों तरफ गुस्सा और गम दोनों का माहौल था। ग्रामीण महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं प्रशासन की लेटलतीफी के चलते ग्रामीण पुरुषों एवं युवकों में गुस्सा पनपा हुआ था। हर कोई ग्रामीण सिर्फ यही कह रहा था कि तुम सभी लोग हट जाओ, तीनों को हम खुद ही कुएं से बाहर निकाल लेंगे। वहीं अजय की मां रोते-रोते बार-बार कुएं की ओर दौड़ लगा रही थी। उसको रोता-बिलखता हुआ देखकर गांव की अन्य महिलाओं की आखें भी नम हो गई थीं। प्रशासन के पास महिलाओं के सवालों का कोई जवाब नहीं था।
पिता की हालत देख रोने लगे दोनों मासूम
चंद्रवीर के दो मासूम बच्चे बेटा आरव (7) एवं बेटी आरवी (2) भी अपने पापा के कुएं में गिरने की खबर सुनकर खेतों पर आ गए। दोनों भाई-बहन खेतों में कुएं की ओर टकटकी लगाए देख रहे थे। वहां आने वाले लोगों एवं पुलिसवालों से बार-बार सिर्फ यही पूछ रहे थे कि उनके पापा कुएं से बाहर कब आएंगे। जब चंद्रवीर का शव बाहर निकाला गया, तो पुलिसकर्मी शव को लेकर एंबुलेंस की ओर दौड़ पड़े। अपने पापा को इस तरह ले जाते हुए देखकर बच्चों की आखों से भी आंसू छलक उठे।
तीनों कुएं के अंदर हो गए थे बेहोश, अस्पताल में डॉक्टर ने घोषित किया मृत
गहरे कुएं में ऑक्सीजन के अभाव में मीथेन गैस बनी रही थी। तीनों कुएं में बारी-बारी से घुसे और बेहोश हो गए। सूचना पर प्रशासनिक अमला व बचाव दल मौके पर पहुंचा और चार घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तीनों को बाहर निकाला। सभी को संयुक्त चिकित्सालय शिकोहाबाद ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
ससुर से बात कर रहा था अजय
थाना शिकोहाबाद के गांव नगला पोहपी निवासी चचेरे भाई ध्रुव कुमार व अजय कुमार मंगलवार दोपहर करीब एक बजे खेत में बने कुएं के पास गए थे। ग्रामीणों ने बताया, अजय अपने ससुर के फोन से कहीं बात कर रहा था। अचानक फोन उसके हाथ से छूटकर कुएं में गिर गया। इसके बाद सबसे पहले ध्रुव फोन निकालने के लिए रस्सी के सहारे कुएं के अंदर उतरा, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया।
पहले दोनों भतीजे गए फिर चाचा
इसी बीच अजय के चाचा चंद्रवीर आ गए। ध्रुव को बाहर निकालने के लिए अजय रस्सी पकड़कर अंदर गया और वह भी बेहोश हो गया। दोनों भतीजों के बाहर न निकलने पर चंद्रवीर रस्सी पकड़कर कुएं में उतरे और वह भी ऑक्सीजन के अभाव और मीथेन के प्रभाव से बेहोश हो गए। काफी देर तक जब तीनों घर नहीं पहुंचे तो परिजन ढूंढने लगे। सूचना पर जब वे कुएं पर पहुंचे और अंदर झांककर देखा तो उनके होश उड़ गए।
इन लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
चाचा-भतीजे तीनों अंदर बेहोश पड़े थे। सूचना पर तत्काल ही फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, मक्खनपुर, मटसेना, जसराना समेत कई थानों का पुलिस, मेडिकल टीम, एडीएम विशु राजा, एसडीएम विकल्प, डॉ. गजेन्द्रपाल सिंह, सीओ प्रवीण कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर शिकोहाबाद अनुज राणा अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। फायर ब्रिगेड प्रभारी बृजेश कुमार भी टीम लेकर आ गए और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
जिलाधिकारी बोले- गेम खेल रहे थे
फिरोजाबाद के अपर जिलाधिकारी विशु राजा ने बताया कि दोनों युवक कुएं के पास बैठकर मोबाइल में गेम खेल रहे थे। इसी दौरान मोबाइल कुएं में गिर गया। कुएं में मीथेन गैस के संपर्क में आने के चलते तीनों की मौत हुई है। मृतकों के परिवार को दैवीय आपदा के मद से चार लाख रुपये दिलाए जाने के प्रयास किए जाएंगे। सीएमएस डॉ. आरसी केशव ने बताया कि तीनों युवकों को अस्पताल लाया गया था। परीक्षण के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया गया है।