एफएनएन, किच्छा: माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुक्रम में प्रशासन द्वारा लोक निर्माण विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई है। उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा, नायब तहसीलदार सुरेश बुडला कोटी और पुलिस प्रशासन के अलावा लोक निर्माण विभाग के आलाअधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी रोड पर पुनः किए गए अतिक्रमण के अलावा एक धार्मिक स्थल की लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आ रही दीवार को ध्वस्त कर दिया तथा एक दर्जन से ज्यादा झुग्गी झोपड़ियां को भी हटाया गया अतिक्रमण की यह कार्रवाई नगला तक चिन्हित लोक निर्माण विभाग की भूमि पर वह अन्य सरकारी भूमि पर किया जाना है।
समाचार लिखे जाने तक धार्मिक स्थल की लोक निर्माण विभाग की सीमा के अंतर्गत आने वाली दीवार को तोड़ने का कार्य। जारी था। प्रशासन का बुलडोजर नगर क्षेत्र अंतर्गत पुनः बरसने से अतिक्रमण कारियो मै दहशत का माहौल है । उल्लेखनीय है कि प्रशासन का पीला पंजा रेलवे स्टेशन से लेकर के बाईपास स्थित काली मंदिर तक पूर्व में बरस चुका है काली मंदिर से लेकर के नगला बाईपास तक का अतिक्रमण माननीय उच्च न्यायालय के में दायर जनहित याचिका के अनुक्रम में लोक निर्माण विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाए जाने के संबंध में कार्यवाही प्रशासन द्वारा की जा रही है।
प्रशासन पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश के अनुक्रम में लोक निर्माण विभाग सहित अन्य कई विभागों की अतिक्रमण भूमि को खाली कराए जाने का जुम्मा बढ़ गया है। इसी क्रम में न्यायालय के आदेशों का अनुपालन करते हुए उप जिलाधिकारी द्वारा हल्द्वानी रोड पर लोक निर्माण विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण में दो दर्जांसे अधिक झोपड़ियां तीन सेट सहित बेनी नदी पर बनाई गई एक पक्की दुकान के अलावा लोग निर्माण विभाग की सीमा में आ रही एक धार्मिक स्थल की दीवार को भी प्रशासन द्वारा हटा दिया गया यहां पर किसी भी प्रकार का कोई विरोध प्रकट नहीं किया गया। जिससे लोगों द्वारा स्वत ही लोक निर्माण विभाग की भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने का कार्य किया जा रहा है।
बेनी नदी से लेकर गडरिया बाग,नगला बाई पास तक लोक निर्माण विभाग के अलावा अन्य विभागों ने लगभग पांच सो अतिक्रमण चिन्हित किया है। अतिक्रमण हटाओ अभियान मै मैउपजिलाधिकार कोस्तुभ मिश्रा, नायब तहसीलदार सुरेश चंद्र बुडला कोटी, अधिशाषी अधिकारी गुरमीत सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद सिंह फर्तियाल, अशोक चौहान, लोक निर्माण विभाग के प्रकाश लाल सहित नगरपालिका के कर्मचारी, और भारी पुलिस बल तैनात था, सामाचार लिखे जाने तक अतिक्रमण तोड़ने की कारवाही जारी थी।