नवनियुक्त अध्यक्ष का ऐलान-आकस्मिक उद्घोषकों और कंपियरों की लंबित मांगों को सरकार के सामने रखेगा संगठन
विभिन्न आकाशवाणी केंद्रों के आकस्मिक उद्घोषकों और कंपियरों ने सम्मेलन में की सहभागिता
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। रविवार को शहर के एक सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिल भारतीय रेडियो आकस्मिक उद्घोषक, प्रस्तोता संघ का गठन किया गया। कार्यक्रम में आकाशवाणी के कई केंद्रों से आए आकस्मिक उद्घोषकों और कंपियरों ने सहभागिता की । बैठक में सर्वसम्मति से हरद्वारी लाल वर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल वर्मा ने कहा कि संगठन के गठन का उद्देश्य उनके हक की आवाज को उठाना है। उन्होंने कहा कि देश के आकाशवाणी केंद्रों पर हजारों की संख्या में आकस्मिक उद्घोषक और कंपियर काम करते हैं, लेकिन उन्हें उनके श्रम के अनुसार उचित मूल्य और सम्मान नहीं मिल पाता है जिससे उन्हें बहुत समस्याओं से जूझना पड़ता है। संगठन भारत सरकार के शीर्ष नेताओं और केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्रालय के उच्च अधिकारियों से मिलकर ‘मन की बात’ से लेकर सूचना, शिक्षा और मनोरंजन को जन-जन तक पहुंचाने वाले इन स्वरदूतों की समस्याओं और मांगों को उनके सामने रखेगा और समाधान कराने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
सम्मेलन में सर्वसम्मति से हरद्वारी लाल वर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष, संजय कुमार मठ, गुरुदेव मिश्रा और मुकेश पांडे को संरक्षक धारा सिंह, शिप्रा श्रीवास्तव व अमृता सिंह को राष्ट्रीय महासचिव, गजेंद्र सिंह अनुप्रीता सिंह व हेडल पाल सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मोहम्मद परवेज को कोषाध्यक्ष , बृजेश तिवारी सुरेंद्र पाल व भावना कंचन को प्रवक्ता, देवेंद्र रावत को मीडिया प्रभारी, कृष्णपाल मौर्य को विधिक सलाहकार, प्रदीप मिश्रा और नेमचंद को कार्यालय प्रभारी, सोशल मीडिया सेल के लिए शीशपाल राजपूत, वैभव मिश्रा, आबिदा फातिमा, नेहा व हिरा परवीन। राष्ट्रीय समन्वय प्रमुख के लिए क्षमा सक्सेना उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के लिए हरीश कुमार मौर्य महासचिव के लिए कृष्ण वीर सिंह व उपाध्यक्ष के लिए राकेश कुमार शर्मा का चयन किया गया।इस अवसर पर श्रृंगार शेखर पाठक,रविन्द्र, राकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम और यूनियन की सफलता के लिए वरिष्ठ पत्रकार गणेश ‘पथिक’, उपजा बरेली जिलाध्यक्ष, समाजसेवी डॉ. पवन सक्सेना, वीरेन्द्र अटल, मुकेश तिवारी आदि ने शुभकामनाएं दी हैं।