#शाइनिंग स्टार नाइट ग्रांड फिनाले की सुगम संगीत जूनियर केटेगरी में उपविजेता बनकर दिखाया दम
#अल्मा मातेर स्कूल की मार्निंग असेंबली में उपविजेता श्रेया का गुरुजनों की शाबाशी और स्टूडेंट्स की तालियों से हुआ विजेता की तरह स्वागत
#बिटिया की कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे बड़े भाई केशव और शिक्षक दंपती राहुल-प्रीति, बधाइयां देने वालों का भी दो दिन से लग रहा तांता
गणेश पथिक-ब्यूरो चीफ
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। प्रियंका चोपड़ा, दिशा पाटनी और नेहा चौहान जैसे कई शाइनिंग स्टार्स बॉलीवुड और टीवी के छोटे पर्दे को देने वाली अपनी बरेली की एक रॉकस्टार बिटिया श्रेया प्रभजोत भी 15 वर्ष से भी कम उम्र में ही गायन के क्षेत्र में अपनी अनूठी प्रतिभा की चमक बिखेरने लगी हैं।
पीलीभीत बाईपास रोड पर स्थित एक रिजॉर्ट में चार दिन तक चले इंडिया’ज विनिंग स्टार्स के सिंगिंग-डांसिंग कंप्टीशन के 8-9 सितंबर की रात आयोजित दिलकश स्टार नाइट एंड ग्रांड फिनाले में श्रेया ने सुगम संगीत गायन जूनियर वर्ग में सेकंड प्राइज जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सुगम संगीत जूनियर वर्ग का फर्स्ट प्राइज आराध्या अग्रवाल और थर्ड प्राइज योगिता सिसोदिया ने जीता। सीनियर वर्ग में अंशिका (हल्द्वानी) विजेता, हर्षी नेब उप विजेता चुने गए। तृतीय पुरस्कार मनजीत ने जीता।
यूट्यूब चैनल द्वारा वित्तपोषित इस चार दिवसीय म्युजिक सिंगिंग एंड डांस कंपटीशन में उत्तर प्रदेश के बरेली, वाराणसी, आगरा, मथुरा, झांसी और उत्तराखंड से आए 25 से भी अधिक प्रतिभागियों ने भाग लेकर सुरों का सुरीला संसार सजाया। इन्डियन आइडल और सारेगामापा की प्रतिभागी रहीं रेनू नागर, डॉ. निधि मिश्रा और मंगल रत्नेश ने इस कंप्टीशन में जूरी मेबर्स या जजों (निर्णायकों) की भूमिका निभाई। श्रेया ने अपनी इस शानदार-यादगार उपलब्धि से अपने गुरुजनों, संबंधियों और पूरी फैमिली को खुशियों की रोशनी से भर दिया है। पिछले दो दिन से उनके घर पर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है।
7 नवंबर 2009 को बेसिक शिक्षा परिषदीय शिक्षक दंपती राहुल यदुवंशी और प्रीति चौधरी के घर में जन्मी श्रेया शहर के प्रतिष्ठित अल्मा मातेर स्कूल की नौवीं क्लास की छात्रा हैं। सेकंड प्राइज जीतने के बाद सोमवार को श्रेया अपने स्कूल पंहुचीं तो प्रिंसिपल शुभेंदु दत्ता, उनकी संगीत गुरु डॉ. निधि मिश्रा और पूरे टीचिंग स्टाफ ने मॉर्निंग असेंबली में श्रेया का एक विजेता, एक रॉकस्टार के रूप में सैकड़ों स्टूडेंट्स की तालियों की देर तक गड़गड़ाहट के बीच शाबाशी देकर खूब हौसला बढ़ाया।
नन्हीं श्रेया छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विश्वविद्यालय से संबद्ध एसआरएमएस रिद्धिमा संगीत कला केन्द्र बरेली से सुगम संगीत गायन का डिप्लोमा करने के साथ ही पिछले लगभग दो साल से अपने अल्मा मातेर स्कूल की म्युजिक टीचर डॉ. निधि मिश्रा से सिंगिंग क्लासिकल (शास्त्रीय), स्नेहाशीष दुबे से वोकल्स (सुगम संगीत) और देबोजीत बनर्जी तथा प्रियंका ग्वाल से संगीत गायन की बारीकियां सीख रही हैं। हिमांश चंद्रा से गिटार में महारत हासिल करने की ओर अग्रसर हैं। पाश्चात्य संगीत (Western music) की शिक्षा अक्षय जे लॉयल से प्राप्त कर रही हैं।
श्रेया की मां प्रीती चौधरी और पिता राहुल यदुवंशी दोनों परिषदीय विद्यालय में शिक्षक हैं। बड़े भाई केशव B.Tech. के स्टूडेंट हैं और प्यारी बहना श्रेया की छोटी से छोटी उपलब्धि पर भी उन्हें प्रोत्साहित करते रहते हैं। पूरे परिवार का प्रोत्साहन पाकर श्रेया भविष्य में बॉलीवुड और टीवी के रुपहले पर्दे पर एक प्रतिष्ठित प्लेबैक सिंगर के रूप में स्थापित होकर बरेली और अपने पैरेंट्स को गौरवान्वित करने का ही सपना अपनी खुली आंखों से रात-दिन देखती रहती हैं।
इस सपने को सच कर दिखाने के लिए रोजाना कई-कई घंटे की कड़ी मेहनत से अटूट संगीत साधना (गायन-गिटार वादन) का अभ्यास (रियाज़) भी बगैर छुट्टी लिए लगातार कर रही हैं और इस कठिन रियाज़ से कभी भी जी नहीं चुराती हैं।
श्रेया इस बड़ी शाइनिंग स्टार कंप्टीशन में सेकंड प्राइज जीतकर खुश तो हैं लेकिन उनकी मुस्कान के पीछे फर्स्ट प्राइज से सिर्फ एक कदम दूर रह जाने का असंतोष भी झलक रहा है। श्रेया दो माह पहले तूलिका सुर संगम संस्था द्वारा रोटरी भवन में आयोजित ‘शामे ग़ज़ल’ प्रोग्राम में भी शहर की बड़ी हस्तियों और 15 प्रतिष्ठित-उदीयमान गायक कलाकारों के बीच भी अपनी बेहतरीन-रेशमी गायकी का नमूना पेश कर खूब वाहवाही-शाबाशी बटोर चुकी हैं। शामे ग़ज़ल समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार- गायक डॉ. अवनीश यादव, डॉ. इंद्र देव त्रिवेदी, सुर संगम संस्था की संस्थापक डॉ. रीता शर्मा और कई अन्य धुरंधरों ने भी श्रेया बिटिया की गायकी से खुश होकर उन्हें भविष्य में बड़ी सफलता का आसमान छूने का आशीष दिया था।
श्रेया बताती हैं कि गायन का शौक तो बचपन से ही था लेकिन चौथी क्लास में पढ़ाई के दौरान म्युजिक टीचर्स ने हौसला बढ़ाया तो विशेष रुचि जागृत हुई। स्कूल के कल्चरल प्रोग्राम्स में रेगुलरली पार्टिसिपेट करती और गुरुजनों, आडियंस की शाबाशी बटोरती रहती हैं। कोविड का वैश्विक आपदा काल संगीत क्षेत्र में उनकी रुचि बढ़ाने वाला टर्निंग प्वाइंट रहा है। उस दौर में उन्होंने स्टार मेकर आनलाइन एप पर खूब गीत गाए और लोगों का भरपूर प्यार-समर्थन भी बटोरा।
मशहूर बॉलीवुड गायिका श्रेया घोषाल को अपना आइडियल बताने वाली श्रेया की बॉलीवुड सिंगिंग स्टार या म्युजिक टीचर के रूप में ही निरंतर संगीत साधना करते हुए अपना कॅरियर बनाने की तमन्ना है।