एफएनएन, हैदराबाद : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से करीब 220 किमोमीटर दूर महबूबाबाद में एक मैकेनिक ने पड़ोस में रहने वाले नौ साल के एक बच्चे को अगवा कर उसे जिंदा जला दिया। बच्चे को छोड़ने के एवज में उसने परिजनों से 45 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। घटना रविवार (18 अक्टूबर) की है। 9 साल का दीक्षित रेड्डी शाम के समय अपने घर के पास दोस्तों के साथ खेल रहा था, इसी बीच उसका पड़ोसी और मैकेनिक मांडा सागर उसे बाइक पर घुमाने कहीं ले गया।
इसके बाद बच्चे की जली हुई लाश पुलिस को कल (22 अक्टूबर) मिली। दीक्षित टीवी पत्रकार रंजीत रेड्डी का बेटा था। जब दीक्षित रविवार की शाम में घर लौटकर नहीं आया तो उसके परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने छानबीन में पाया कि चूंकि बच्चा मैकेनिक से परिचित था, इसलिए उसके साथ आसानी से चला गया। उसे आखिरी बार रविवार की शाम में बाइक पर जाते हुए देखा गया। आरोपी सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए बच्चे को अलग रास्ते से शहर से बाहर किसी सूनसान जगह पर ले गया। वहां उसने बच्चे को बंधक बनाकर रखा। जब आरोपी को इस बात का डर लगने लगा कि बच्चा उसे पहचानता है, उसके बारे में खुलासा कर देगा तो उसने बच्चे पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। पुलिस ने बताया कि उसने पहचान छुपाने और ट्रैस नहीं होने के लिए इंटरनेट कॉल के जरिए बच्चे के परिजन से 45 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बच्चे की मां वसंता को 18 बार स्काइप के जरिए कॉल किए। यहां तक कि बच्चे को मार देने के बाद भी वह फिरौती के लिए कॉल करता रहा. बुधवार की शाम बच्चे के परिजन कैश और कुछ जूलरी लेकर बताए गए लोकेशन पर पहुंचे लेकिन वहां अपहरणकर्ता नहीं मिला, तभी उसने स्काइप के जरिए कॉल कर पैसे दिखाने को कहा। इस बीच, पुलिस ने उसके आईपी एड्रेस के आधार पर उसका लोकेशन ट्रेस कर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गुरूवार को बच्चे की अधजली लाश बरामद कर ली।