- पति के बॉस की खुशियों पर ग्रहण लगाने के लिए मां पर हथौडे से वार, रस्सी से गला दबाया
- स्कूल के बहाने घर से निकली और वृद्धा को अकेला पाकर मौत के घाट उतारने की योजना
- पुलिस ने किया गिरफ्तार, बोली- मुझसे गलती हो गई, माफ कर दो
एफएनएन, रुद्रपुर : भला क्या कोई शिक्षिका के सिर पर खून का भूत सवार हो सकता है ? क्या वह प्रोफेशनल क्रिमिनल की तरह घटना को अंजाम दे सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि रुद्रपुर में एक शिक्षिका को अपने पति के बॉस की खुशियां बर्दाश्त नहीं हुईं। वह बॉस के परिवार से नफरत करने लगी और इस परिवार की खुशियों को ग्रहण लगाने के लिए हमलावर बन गई। जी हां, मामला है रुद्रपुर के मकान नंबर 351 ईडब्ल्यूएस, आवास विकास का। यहां रहने दीपक भाटिया की बुजुर्ग मां पूनम भाटिया पर 11 जुलाई को अकेला पाकर हथौड़े से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था।
उनका गला भी रस्सी से दबाया गया था। इस मामले में ट्रांजिट कैंप पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। हमलावर एक अज्ञात महिला थी तो पुलिस की तफ्तीश भी इसी दिशा में घूम रही थी कि आखिर महिला ने पूनम भाटिया पर हत्या के इरादे से हमला क्यों किया। आखिरकार आज इसका खुलासा हो गया। इस मामले में पूनम भाटिया के पड़ोस में ही रहने वाली मकान नंबर 461 ईडब्ल्यूएस की रबलीन कौर को गिरफ्तार किया गया। रबलीन कौर से पुलिस ने पूछताछ की तो वह तोते की तरह बोलने लगी। उसने बताया कि उसके एक 7 साल का बेटा भी है और वह रुद्रपुर के बिगवाड़ा में स्थित स्टोन रिज स्कूल में पढ़ाती है।
बताया कि उसका पति रमनदीप सिंह और दीपक भाटिया अशोक लीलैंड पंतनगर में काम करते हैं। दीपक वहां एचआर हेड है जबकि उसके पति एक्सक्यूटिव सुपरवाइजर। महिला का कहना है कि वह दीपक भाटिया के परिवार से नफरत करती है, ऐसा इसलिए क्योंकि दीपक की सैलरी 80,000 है जबकि उसके पति को मात्र ₹22000 ही मिलते हैं। दीपक समय से घर आ जाते हैं जबकि उसके पति से सर्दियों में नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कराई गई। दीपक भाटिया समय से घर आकर अपने परिवार के संग मौज-मस्ती करते थे जबकि उसके पति रमनदीप को छुट्टी भी नहीं मिलती थी। दीपक भाटिया की पत्नी और बहन उसे बड़ा एटीट्यूड दिखाते थे।
उसके पति से घर का काम भी करवाते और उसकी बहन और पत्नी को इंटरव्यू दिलाने भी ले जाते। दीपक भाटिया की पत्नी सिमरन एमिटी स्कूल के ऑफिस में जॉब करती हैं। एक बार रबलीन कौर वहां इंटरव्यू देने गई तो सिमरन ने उसे इग्नोर भी किया। रबलीन ने यह बात अपने पति को बताई तो उसने कहा कि वह उसके बॉस के परिवार से मतलब न रखें लेकिन उसकी बॉस से बचपन की दोस्ती है तो वह बोलना नहीं छोड़ सकता। रबलीन के दिल में अब दीपक भाटिया के परिवार के प्रति नफरत बढ़ती गई। बात एक जुलाई को तब बढ़ गई जब रमनदीप सिंह घर लौटे। उनका मूड खराब था, रबलीन ने पूछा तो बताया कि आज उनका इंक्रीमेंट लगना था लेकिन नहीं लगा।
रबलीन ने मान लिया कि यह सब दीपक के कारण ही हुआ है और उसने दीपक के परिवार की खुशियों पर ग्रहण लगाने की ठान ली। ठान लिया कि वह दीपक की मां पूनम भाटिया जो दीपक और सिमरन के ड्यूटी पर चले जाने से अकेली रहती है, उसे मार देगी। इसी के तहत रबलीन ने 7 जुलाई को स्कूल की छुट्टी ली और रोज की तरह ही स्कूल के ड्रेस कोड गुलाबी कुर्ती, काली पेंट, काला जूता व काला बैग लेकर निकल पड़ी। बैग में प्लान के तहत दीपक भाटिया की मां को मारने के लिए एक हथोड़ा और सफेद रंग का रस्सा उसने पहले ही रख लिया था। सुबह 7:40 बजे वह टुकटुक में बैठकर दशमेश द्वार होते हुए नैनीताल रोड से रोडवेज के सामने पहुंची और वहां से दूसरे टुकटुक में श्याम टॉकीज होते हुए आवास विकास रोड पर केयर ब्यूटी पार्लर के पास रुक गई।
वहां से पैदल दीपक भाटिया के घर वाली गली में गई। उस दिन गेट बंद था तो वह वापस टुकटुक में बैठकर रोडवेज के सामने महाराजा पैलेस चली गई और वहां बैठी रही फिर स्कूल के टाइम 2:10 बजे पर घर वापस आ गई। 11 जुलाई को दोबारा महरून रंग की टीशर्ट, काली पेंट, काला जूता और मुंह पर कपड़ा बांधकर वह दोबारा हत्या के उद्देश्य से दीपक भाटिया के घर पहुंच गई। इस बार दीपक भाटिया के घर के गेट में कुंडा नहीं लगा था। धीरे से उसने गेट का दरवाजा खोला और अंदर पहुंचकर पहली मंजिल पर पहुंच गई। कमरे में पहुंचकर वह जानबूझकर अलमारी खटखटाने लगी।
इस दौरान दीपक भाटिया की मां पूनम भाटिया बाहर आई और रबलीन कौर से कौन हो और कहां से आई हो, सवाल करने लगी। इसी दौरान रबलीन ने बैग में रखा हथोड़ा और रस्सी निकालकर पहले वृद्ध महिला का गला दबाया और फिर हथौड़े से उसके सिर में कई बार कर दिए। चीख-पुकार सुनकर वृद्ध महिला का पोता अभिराज बाहर आया और हल्ला कर दिया। रबलीन वहां से भाग गई और फिर अपने स्कूल पहुंच गई।
उसने टुकटुक में ही अपने बैग में रखे सफेद रंग के कुर्ते को निकालकर पहन लिया और टीशर्ट स्कूल के पास एक नाले में फेंक दी। कुर्ती, हथौड़े और रस्सी को उसने अपने बेडरूम में काले रंग के बैग में छुपा दिया। पुलिस पूछताछ में रबलीन का कहना था कि उससे गलती हो गई है और उसे माफ कर दिया जाए। कुल मिलाकर एक शिक्षिका और पारिवारिक महिला का इस तरह से कृत्य सभी को हैरान कर रहा है।