एफएनएन, मुंबई: दिग्गज अभिनेत्री कामिनी कौशल का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया. कामिनी कौशल को भारत की सबसे उम्रदराज जीवित रहने वाली अदाकारा माना जाता है. इस अभिनेत्री के निधन की खबर से हिंदी सिनेमा शोक में डूब गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं. पारिवारिक मित्र ने बताया कि कामिनी के प्रियजन कम ही लोगों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं और इस कठिन समय में उन्होंने निजता बनाए रखने का अनुरोध किया है. सूत्र के हवाले से कहा गया, ‘कामिनी कौशल का परिवार बेहद कम लोगों से मिलता-जुलता है और उन्हें निजता की जरूरत है.’
बता दें कि कामिनी कौशल का जन्म लाहौर में हुआ था और वे 5 भाई-बहन थे, जिनमें वह सबसे छोटी थीं. कामिनी भारतीय सिनेमा में एक प्रभावशाली हस्ती थीं, उनका करियर दशकों तक चला और उन्होंने 90 से ज्यादा फिल्में की हैं.
कामिनी कौशल का फिल्मी करियर शानदार रहा है. उन्होंने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत ‘नीचा नगर’ से की, जो एक ऐतिहासिक फfल्म थी जिसने 1946 के कान फिल्म समारोह में पाल्मे डी’ओर पुरस्कार जीता था.
इन सालों में, उन्होंने दिलीप कुमार के साथ ‘शहीद’, ‘नदिया के पार’, ‘शबनम, आरजू’ और ‘बिराज बहू’ जैसी फिल्में की हैं. उनकी फिल्मों में ‘दो भाई’, ‘जिद्दी’, ‘पारस’, ‘नमूना’, ‘झांझर’, ‘आबरू’, ‘बड़े सरकार’, ‘जेलर’ जैसी प्रशंसित फिल्में भी शामिल हैं.





