ऑगर मशीन को भारी नुकसान
एफएनएन, उत्तरकाशी : सुरंग के भीतर ऑगर मशीन को भारी नुकसान पहुंचा है। मशीन का बरमा भीतर ही अटक गया है। फिलहाल वर्टिकल ड्रिल की तैयारी तेज कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि भीतर मजदूर भी हताश हो रहे हैं। लगातार उनका हौसला बढ़ाया जा रहा है, लेकिन आज ऑपरेशन सिलक्यारा में आई बाधा से 14 दिन से सुरंग में कैद मजदूरों में निराशा बढ़ गई है।
कार्यदायी संस्थाओं पर अब तक क्या कार्रवाई हुई: धस्माना
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा एमसीटी (मेन सेंट्रल थ्रस्ट) वाले संवेदनशील क्षेत्रों में 5.5 मीटर की जगह 12 मीटर चौड़ाई का काम किया जा रहा जो भू-धंसाव और भूस्खलन की बड़ी वजह बन रहा है। धस्माना ने यह भी कहा कि सरकार यह भी बताए कि सिलक्यारा सुरंग मामले के लिए जिम्मेदार किन लोगों, एजेंसियों और कार्यदायी संस्थाओं पर अब तक क्या कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी का हर नेता व कार्यकर्ता भगवान से सिलक्यारा सुरंग आपदा में फंसे सभी 41 श्रमिकों के सुरक्षित निकल आने की प्रार्थना कर रहा है।
कमेटी की सिफारिशों की भी अनदेखी का आरोप
कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत में पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा, उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग को 20 फरवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स ने हरी झंडी दी। जिसमें स्पष्ट रूप से एस्केप पैसेज का जिक्र है, फिर ऐसे में बिना एस्केप पैसेज और आपातकालीन निकासी के निर्माण के प्रधानमंत्री की कमेटी के निर्णय की अनदेखी करते हुए कैसे साढ़े चार किलोमीटर की सुरंग बनाई जा रही थी। धस्माना ने कहा, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने हाल ही में मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा था कि भविष्य में बनने वाली सुरंग में आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा, चारधाम परियोजना में सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित हाईपावर कमेटी की सिफारिशों की भी अनदेखी की जा रही है।
कांग्रेस ने सिलक्यारा सुरंग को लेकर खड़े किए सवाल
कांग्रेस ने सिलक्यारा सुरंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी के एस्केप पैसेज के निर्णय के प्रमाण दिखाते हुए सुरंग निर्माण में गंभीर अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि बिना एस्केप पैसेज और आपातकालीन निकासी के पहाड़ में सुरंग निर्माण का खेल किसे लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।