एफएनएन, देहरादूनः उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में देवरिया ताल-चोपता ट्रैक पर सोमवार को जंगल में आग लगने से रास्ता भटक गए तीन ट्रैकरों को राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), आपदा प्रबंधन तथा वन विभाग की टीमों ने सुरक्षित ढूंढ निकाला।
एसडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि तीनों ट्रैकर जंगल में आग लगने के कारण रास्ता भटक गए थे। तीन ट्रेकर्स में से एक चोट लगने के कारण रास्ते में रुक गया जबकि एक अन्य उसकी सहायता के लिए साथ में रुका रहा। तीसरा ट्रैकर मदद मांगने के लिए नीचे आया लेकिन रास्ते में उसके पैर में भी चोट लग गई। ट्रैकरों के रास्ता भटकने की सूचना मिलते ही जिला आपदा प्रतिक्रिया बल और वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रैक पर दो ट्रैकरों को ढूंढ लिया जबकि तीसरे व्यक्ति को खोजने की जिम्मेदारी एसडीआरएफ ने उठाई।
निरीक्षक कर्ण सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने लगभग आठ किलोमीटर का पैदल सफर तय कर राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले घायल व्यक्ति अधिराज चौहान (21) को घने जंगल से ढूंढ निकाला। टीम ने चौहान को प्राथमिक उपचार देकर कड़ी मशक्कत करते हुए स्ट्रेचर की सहायता से मुख्य मार्ग तक पहुंचाया जहां से उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
एसडीआरएफ ने बताया कि अन्य दो ट्रेकर्स को भी सुरक्षित नीचे लाए जाने के लिए आपदा प्रबंधन और वन विभाग की टीम की सहायता के लिए एसडीआरएफ की एक अन्य टीम को सोनप्रयाग से मौके के लिए रवाना कर दिया गया है। इन ट्रेकर्स की पहचान के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है।