Monday, December 23, 2024
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महल सिंह हत्याकांड के शूटरों को पनाह देने वाले तीन आरोपित गिरफ्तार, कनाडा से रची गई हत्या की साजिश

एफएनएन, काशीपुर : ऊधमसिंहनगर जिले के काशीपुर में खनन व्यवसायी महल सिंह हत्याकांड में शूटरों को पनाह देने के मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल और आठ जिंदा कारतूस बरामद किया है।

कुंडेश्वरी पुलिस चौकी क्षेत्र के जुड़का नंबर एक निवासी महल सिंह (65) पुत्र सिघारा सिंह शुक्रवार की सुबह करीब 8:30 बजे अपने घर के बाहर अखबार पढ़ रहे थे। इस दौरान बाइक सवार दो शूटर उनके घर के बाहर रुके। कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद उन्होंने महल सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और मौका पाकर वहां से फरार हो गए।

गोलियों की आवाज सुनकर परिजन भी घर से बाहर आ गए। उन्हें काशीपुर के एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल लाए। जहां इलाज के दौरान महल सिंह की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। हत्या का कारण एक क्रशर से संबंधित संपत्ति विवाद बताया जा रहा है।

मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह पुत्र हरदेव सिंह ने कुंडेश्वरी चौकी पुलिस को तहरीर देकर कनाडा निवासी हरजीत सिंह उर्फ काला पर रंगदारी न देने पर शूटर भेज कर हत्या कराने का आरोप लगाया है। तहरीर में कहा कि कुछ दिन पूर्व हरजीत सिंह फोन कर उसके ताऊ से रंगदारी के पैसे मांग रहा था। पैसे नहीं देने पर महल सिंह को जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह की तहरीर पर दो अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अभय सिंह पुलिस अधीक्षक अपराध रुद्रपुर, चन्द्रमोहन सिंह पुलिस अधीक्षक काशीपुर एवं वन्दना वर्मा पुलिस क्षेत्राधिकारी काशीपुर के पर्यवेक्षण में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक काशीपुर मनोज रतूड़ी के निर्देशन में पुलिस टीमों का गठन किया गया। मामले में सीसीटीवी कैमरों में हत्यारों का साफ चेहरा कैद हुआ।

  • मुखबिर से मिली सूचना के बाद पुलिस ने आधी रात में दबाेचा

मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में शामिल गुलजारपुर निवासी प्रभजोत सिंह पन्नू उर्फ प्रभजीत सिंह एकता स्टोर केशर की तरफ बंजारी गेट के पास जंगल में छिपकर भागने की फिराक में है। जिसके बाद पुलिस टीम ने आधी रात करीब ढाई बजे चेकिंग की। रुकने का इशारा किया तो अभियुक्त ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। जैसे तैसे घेराबंदी कर अभियुक्त प्रभजोत सिंह पन्नू उर्फ प्रभजीत सिंह पुत्र हरजाब सिंह को दबोच लिया गया। उसके पास से एक अदद पिस्टल, आठ जिन्दा कारतूस और पुलिस पर झोंके गए दो खोखा बरामद किया गया।

  • स्टोन क्रशर में पार्टनरशिप को लेकर शुरू हुआ विवाद

प्रभजोत सिंह पन्नू बताया कि वह 2015 से 2020 तक एकता स्टोन क्रशर पर बतौर मुंशी काम करता था। स्टोन क्रेशर पर महल सिंह, सुखवन्त सिंह व उसका भाई हरजीत उर्फ काले व जगप्रीत सिंह पार्टनर थे। करीब दो साल हरजीत काले, महल सिंह व सुखवंत सिंह के बीच आपस में पार्टनरशिप को लेकर विवाद शुरू हो गया। हरजीत सिंह उक्त स्टोन क्रशर में हिस्सेदारी चाहता था, लेकिन महल सिंह दबाव में नहीं आ रहा था।

  • पार्टनरशिप को लेकर बढ़ने लगी अदावत

पार्टनरशिप को लेकर ही हरजीत सिंह की महल सिंह से अदावत शुरू हो गई। अभियुक्त हरजीत उर्फ काले व प्रभजोत उर्फ पन्नू खुद का स्टोन क्रशर बनाना चाहते थे, जिसका महल सिंह विरोध कर रहा था। अभियुक्त हरजीत सिंह उर्फ काले और उसके भाई सुखवंत सिंह के बीच पंचायत के माध्यम से विवाद सुलझाया गया, लेकिन काले संतुष्ठ नहीं था जिस कारण हरजीत सिंह महल सिंह से और अधिक दुश्मनी रखने लगा।

  • हरजीत ने ऐसे बनाया मर्डर का पूरा प्लान

प्रभजोत उर्फ पन्नू ने बताया कि हरजीत सिंह ने मुझे सिग्नल एप के माध्यम से फोन कर महल सिंह की हत्या का प्लान करने के बारे में बताया। उसने कारतूस और पिस्टल के साथ शूटरों की व्यवस्था करने की बात कही। जिसके बाद प्रभजोत ने उसके गैंगस्टर दोस्त को वाट्सएप के माध्यम से मृतक महल सिंह और उसके बेटे की फोटो भेजी। एप के माध्यम से शूटरों के लिये मोटर साइकिल की व्यवस्था करने के लिए बताया व इस काम में महिला रजविन्दर कौर व सेवी से सम्पर्क में रहने के लिये कहा।

  • शूटरों को लेने स्टेशन गया था काले

केसर के माध्यम से सेवी व रजविन्दर कौर को भी आर्थिक फायदा होता था। इसलिए वह भी इस प्लान में शमिल थे। 12 अक्टूबर को सिग्नल एप के माध्यम से हरजीत उर्फ काले ने अपने गैंगस्टर साथी के साथ मोबाइल पर करायी और बताया कि रात नौ बजे तक शूटर काशीपुर पहुंच जाएंगे। हरजीत सिंह उर्फ काले और कनाडा में बैठे दूसरे गैंगस्टर साथी के सम्पर्क में थे। दोनों शूटरों को लेने रेलवे स्टेशन काशीपुर से अपने दोस्त की बोलरो से चीमा चौराहे होते हुए हरजीत सिंह उर्फ काले के घर ले गया था।

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