मां ने देखा तो छीनकर फेंका, हकीम की जड़ी-बूटी से बची दोनों बच्चों की जान, रामनगर के गांव का है यह हैरतअंग्ज वाकया
एफएनएन, रामनगर-नैनीताल। रामनगर से सटे ग्राम पुछड़ी नई बस्ती में दो छोटे बच्चों ने मरे सांप को मछली समझकर पकड़ लिया और आग में पकाकर खा भी गए। गनीमत रही कि सांप खा रहे बच्चों को उनकी मां ने देख लिया और समय पर जड़ी-बूटी खिलवाकर अनहोनी को टाल दिया।
रामनगर के ग्राम पुछड़ी नई बस्ती में प्लास्टिक-पन्नी कूड़ा बीनकर आजीविका चलाने वाले एक परिवार के दो बच्चों में एक की उम्र 8 साल और दूसरे की लगभग 10 वर्ष है। दोनों शरारती भाइयों ने एक मरे हुए सांप को खेल-खेल में मछली समझकर पकड़ लिया और उसे आग में पकाकर खाने भी लगे। उसी दौरान उनकी मां आ गई। उसने बच्चों को सांप को खाते देखा तो तुरंत उनके हाथों से छीनकर फेंक दिया।
इसके बाद परिवार वाले दोनों बच्चों को तराई पश्चिमी में सांप के काटे का इलाज करने वाले हकीम तालिब हुसैन के पास ले गए। हकीम तालिब हुसैन ने दोनों बच्चों को जड़ी-बूटी दी। इसे खाकर दोनों बच्चे होश में आ गए। हकीम ने बताया कि बच्चों की किस्मत अच्छी थी क्योंकि सांप ज्यादा जहरीला नहीं था। इसलिए अनहोनी टल गई और दोनों बच्चों को जड़ी-बूटी खिलाकर बचा लिया गया।