एफएनएन ब्यूरो, बरेली। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, मशहूर कवि-शायर, पूर्व विधायक स्वर्गीय श्योराज बहादुर सक्सेना एडवोकेट के भूड़ स्थित आवास पर क्रांतिकारी छात्र परिषद की ओर से वसंतोत्सव एवं महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला‘ की पावन जयंती पर सरस काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। साथ ही संस्थापक अध्यक्ष रजत कुमार की पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित सारगर्भित एवं सम-सामयिक पुस्तक का विमोचन भी कराया गया।

काव्य गोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. महेश मधुकर एवं विशिष्ट अतिथि साहित्यिक संस्था ‘साहित्य सुरभि’ के अध्यक्ष राम कुमार कोली रहे। अध्यक्षता कवि जगदीश निमिष ने की। शुभारंभ माॅं शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। माॅं शारदे की सरस वंदना उपमेंद्र सक्सेना ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी/पूर्व विधायक स्वर्गीय श्योराज बहादुर के सुपुत्र एवं क्रांतिकारी छात्र परिषद से संस्थापक अध्यक्ष रजत कुमार की पर्यावरण संरक्षण की नई-बड़ी चुनौतियों से खबरदार करती पुस्तक ‘कूड़ा क्या है? का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार और समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. महेश मधुकर ने किया।

इस अवसर पर काव्य गोष्ठी में डॉ. महेश मधुकर, रामकुमार कोली, रजत कुमार, गांधी मोहन सक्सेना, रामधनी निर्मल, रामकुमार भारद्वाज ‘अफरोज़’, डॉ. रामशंकर शर्मा ‘प्रेमी‘, प्रताप मौर्य ‘मृदुल‘, रीतेश साहनी, उपमेंद्र सक्सेना एवं श्रीमती नीरज और अन्य रससिद्ध कवियों ने अपनी यादगार-श्रेष्ठ कविताएं, गीत, छंद सुनाकर खूब वाहवाही तो बटोरी ही; कालजयी-महान कवि महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला‘ को भावभरे, काव्यमय श्रद्धासुमन भी समर्पित किए। कवियों ने ऋतुराज वसन्त के स्वागत में भी अपनी एक से बढ़कर एक कविताएं प्रस्तुत कीं और समारोह को स्मरणीय बना दिया।






