
#अफसरों-नेताओं की आपराधिक अनदेखी का वर्षों से खामियाजा भुगत रहे दर्जन भर गांवों के हजारों बाशिंदे
#बरेली जनपद के फतेहगंज पश्चिमी विकास क्षेत्र के हाईवे से खिरका सीएचसी-सतुइया रोड की रामकहानी
#खिरका प्रधान ने सांसद छत्रपाल गंगवार को लिखी चिट्ठी, खस्ताहाल मुख्य मार्ग पर आबादी में इंटरलाॆकिंग और नाली निर्माण का किया आग्रह,
#ग्रामवासियों ने भी पूरे रोड का चौड़ीकरण, डामरीकरण पर दिया जोर
बरेली ब्यूरो चीफ गणेश ‘पथिक’ की रिपोर्ट
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। लो भाई! धुआँधार विकास के तमाम दावों-वादों के बीच रखरखाव के अभाव में दर्जनों गांवों को हाईवे और जनपद मुख्यालय से जोड़ने वाली पीडब्ल्यूडी की एक और प्रमुख सड़क बड़े-बड़े़ गड्ढों में गुम हो गई है और जिम्मेदार खामोश हैं। फिलहाल, हम बात कर रहे हैं विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी की ग्राम पंचायत खिरका जगतपुर-सतुइया खास को ठिरिया खेतल पे्ट्रोल पंप के सामने हाईवे से जोड़ने वाली डेढ़ किनी लंबी पीडब्ल्यूडी की गड्ढों में तब्दील हो चुकी सिर्फ नाम भर की बची सड़क की।

खिरका जगतपुर के प्रधान जितेंद्र गंगवार और भाजपा से जुड़े कई अन्य ग्रामवासियों ने बरेली के नवनिर्वाचित सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार को पत्र भेजकर बड़े-बड़े गड्ढों वाले गांव के मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण, डामरीकरण, इंटरलाॆकिंग और नाली निर्माणकार्य करवाने का आग्रह किया है।

बताया कि लगभग आठ साल पहले तत्कालीन प्रधान सुशील कुमार के कार्यकाल में बना गांव की मुख्य पुलिया से जगतपुर शिव मंदिर तक का यह मार्ग टोल टैक्स बचाने के लिए गांव से होकर रोजाना रात-दिन धमाचौकड़ी काटने वाले बेशुमार भारी वाहनों के,दौड़ने से टूटकर पूरी तरह अस्तित्व खो चुका है।

खरगपुर, सतुइया खास, पटवइय़ा, बकैनिया, गौहाना समेत दर्जन भर गांवों के किसानों, छात्रों और कामगारों का भी फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, शाही और बरेली आने-जाने के लिए,यही एकमात्र मुख्य मार्ग है। कीचड़ भरे टूटे-गड्ढेदार रोड में फंसकर अक्सर दपहिया वाहन सवार गिरकर चोटिल हो जाते हैं। उन्होंने व्यापक जनहित में गांव के बीच पड़ने वाले इस मार्ग पर इंटरलाकिंग और नाली निर्माण कार्य तत्काल करवानेे का आग्रह किया है।

इसके साथ ही गांव के वरिष्ठ पत्रकार गणेश पथिक, युवा समाजसेवी सचिन शर्मा और धनंजय पथिक आदि दर्जनों अन्य ग्रामवासियों ने भी हाईवे के ठिरिया खेतल पेट्रोल पंप से खिरका सीएचसी, सतुइय़ा खास रेलवे फाटक तक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी डेढ़ किमी लंबी इस पूरी सड़क का डामरीकरण और चौड़ीकरण करवाने का आग्रह किया है।

ग्रामवसियों का कहना है कि किसानों की गन्ना और गेहूं-धान भरी ट्रैक्टर ट्रालियां, भवन निर्माण सामग्री और रोजमर्रा के सामान की ढुलाई तथा आवाजाही तकरीबन गायब हो चुके इसी क्षतिग्रस्त मार्ग से होती है। ठेकेदार और पीडबल्यूडी अधिकारियों ने रोड निर्माण के बाद एक बार भी इसकी मरम्मत या पैचवर्क करवाने की जिम्मेदारी नहीं निभाई है।

ग्रामवासियों ने सांसद छत्रपाल गंगवार से अनुरोध किया है कि शासन से धनावंटन करवाकर पीडब्यूडी अधिकारियों से इस प्रमुख मार्ग का चौड़ीकरण और डामरीकरण अतिशीघ्र सुनिश्चित करवाया जाय।