एफएनएन ब्यूरो, बरेली। कायस्थ चेतना मंच काल तत्वावधान में शिक्षक दिवस पर छह शिक्षको को प्रमाणपत्र भेंटकर और शॉल उढ़ाकर, फूलमालाएं पहनाकर सम्मानित किया गया।
अतिथियों ने उपजा प्रेस क्लब में भगवान श्री चित्रगुप्त जी के चित्र के समक्ष दीप जलाकर और पुष्प अर्पित कर शिक्षक सम्मान समारोह का विधिवत् शुभारम्भ किया। ईश वंदना श्रीमती प्रीति सक्सेना, जया सक्सेना, बंदना वर्मा ने की। बीजेपी महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने कहा कि शिक्षक समाज को दिशा देते हैं। केंद्र की बीजेपी सरकार ने शिक्षा नीति में महत्वपूर्ण बदलाव कर पाठयक्रम में महापुरुषों की गौरवगाथा को भी स्थान दिया है जबकि अभी तक पाठयक्रम में मैकाले की शिक्षा की गलत बातों का ही उल्लेख होता रहा है।
कायस्थ चेतना मंच के अध्यक्ष संजय सक्सेना ने कहा कि मां पहली शिक्षक होती हैं जो अबोध शिशु को देश-दुनिया, रिश्ते-नातों का ज्ञान कराती है। उपजा प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ. पवन सक्सेना ने कहा- शिक्षक का कार्य है ज्ञान बाँटना लेकिन आज शिक्षा माफियाओं ने उसे गरीब बच्चों की पहुंच से बहुत दूर कर दिया है। कहा-राष्ट्र के प्रथम उप राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी एक आदर्श शिक्षक थे।
सम्मानित होने वाले शिक्षकों में नीतेश, सक्सेना, नितिन सक्सेना, आशीष कुदेशिया, श्रीमती सुधा सक्सेना, दीपाली सक्सेना, अनुपम भटनागर शामिल रहे। अतिथियों का स्वागत अखिलेश सक्सेना एवं अविनाश सक्सेना ने किया। संचालन विकल्प सक्सेना ने किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता अमित सक्सेना बिंदु,मानव सेवा क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र बीनू सिन्हा, निर्भय सक्सेना, प्रदीप मधवार, शिव कुमार बरतरिया, अधिवक्ता डी पी सिंह, विकास सक्सेना, श्रीमती, अरुणा सिन्हा, शशिबाला, अल्पना, प्रतिभा जौहरी, राजीव सक्सेना, विजय सक्सेना, वीके सक्सेना, पंकज जौहरी, अशोक सक्सेना, प्रकाश सक्सेना आदि उपस्थित रहे।