- रक्षा मंत्री राजनाथ, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बात कर ढाढस बंधाया
एफएनएन, लखनऊ। दिग्गज राजनीतिज्ञों में शुमार प्रयागराज की भाजपा सांसद और उप्र की पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ रीता बहुगुणा जोशी के लिए दीपावली की आतिशबाजी एक डरावने सपने में तब्दील हो गई है। सोमवार को गोवर्धन पूजा वाले दिन शाम साढ़े चार बजे सांसद श्रीमती बहुगुणा जोशी की छह साल की पौत्री जलते पटाखे की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गई। एयर एंबुलेंस से उसे एम्स नई दिल्ली ले जाने की तैयारियों के दौरान ही सोमवार आधी रात उसने प्रयागराज के अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची किया ने फैंसी ड्रेस पहन रखी थी जिसकी वजह से आग तेजी से भडक उठी।
घर की छत पर हादसा होने की वजह से परिवार वालों को जानकारी भी देरी से मिल सकी। स्थानीय चिकित्सकों ने बताया कि पटाखों की चपेट में आने से बच्ची 60 प्रतिशत जल चुकी थी। उसे स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे एयर एंबुलेंस से एम्स नई दिल्ली ले जाने की तैयारियां चल ही रही थीं कि प्रयागराज अस्पताल के डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रीता जोशी से बात कर उन्हें सांत्वना दी। सांसद के इकलौते बेटे मयंक हादसे के वक्त लखनऊ में थे। मयंक की शादी वर्ष 2007 में हुई थी। किया उनकी इकलौती बेटी है।
कोरोना से जीती जंग लेकिन जलते पटाखे ने ले ली जान
छह साल की मासूम पर कुछ ही महीने में एक के बाद दूसरी मुसीबत टूट पड़ी। इसी साल सितंबर महीने में सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, बहू रिचा और पोती किया के साथ कोरोना पॉजीटिव पाई गई थीं। तीनों को पीजीआई लखनऊ से मेदांता दिल्ली शिफ्ट किया गया। स्वस्थ होने के बाद वह दिल्ली में ही रहीं। दीपावली पर पूरा परिवार प्रयागराज आया हुआ था। कोरोना को हराने वाली किया को आखिरकार दीवाली के पटाखों ने निगल लिया।