एफएनएन, रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है. केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अनुसार मदमहेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये हैं. मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मोरखंडा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है.
बता दें कि विगत वर्ष 14 अगस्त 2023 को मोरखंडा नदी में 70 के दशक में बना लोहे का गार्डर पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समा गया था. प्रशासन द्वारा मदमहेश्वर धाम में फंसे 500 से ज्यादा तीर्थ यात्रियों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर रांसी गांव पहुंचाया था. लोहे के गार्डर पुल के मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समाने के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा मोरखंडा नदी पर लकड़ी का अस्थायी पुल बनाकर आवाजाही शुरू की गयी थी.
लेकिन बीती रात्रि को मोरखंडा नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि होने से लकड़ी का अस्थायी पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समाने से तीर्थ यात्रियों व ग्रामीणों की आवाजाही पूर्णतया ठप हो गयी है. प्रधान गौण्डार बीर सिंह पंवार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शासन- प्रशासन से ट्राली लगाने की मांग की जा रही थी, लेकिन आज तक ट्राली नहीं लगाई गई है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार भट्ट ने बताया कि बनातोली में अस्थायी पुल बहने की सूचना प्राप्त हुई है. शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से मदमहेश्वर धाम के लिए आवाजाही सुचारू करनी की सामूहिक पहल की जाएगी.