एफएनएन, देहरादून : मैं जानती हूं कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक दायित्व है। मैं निष्पक्षता के साथ ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करूंगी। यह कहना है स्पीकर पद पर नामांकन करने वाली विधायक रितु खंडूरी का। रितु दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है। इस बार पार्टी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाने का निर्णय किया है।
शीर्ष और प्रांतीय नेतृत्व के इस निर्णय के बाद रितु खंडूरी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उनके मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्यों व पार्टी के कई विधायकों की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद वह मीडिया कर्मियों से भी मुखातिब हुई। सबसे पहले उन्होंने पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया कि उन्हें स्पीकर पद पर नामांकन करने के योग्य समझा गया।
- महिला सदस्यों, कार्मिकों और पत्रकारों की सुविधा के लिए करेंगी काम
- दल अलग होने के बावजूद भाजपा और कांग्रेस महिला विधायकों के एक सुर
- महिलाओं और सभी के लिए गौरव की बात : सविता कपूर
कैंट से भाजपा विधायक सविता कपूर ने कहा कि महिला विधायक को प्राथमिकता देकर पार्टी ने बहुत अच्छा निर्णय लिया है। यह महिलाओं और सभी के लिए गौरव की बात है। भगवानपुर से कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने इस निर्णय को मातृ शक्ति का सम्मान बताया। कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि विधान सभा अध्यक्ष बनने के बाद रितु खंडूड़ी मातृ शक्ति को आगे बढ़ाने एवं उन्हें सशक्त किए जाने को लेकर फैसले लेंगी। बता दें, बृहस्पतिवार को रितु ने विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र सौंपा। भाजपा के 16 विधानसभा सदस्य प्रस्तावक और इतने ही सदस्य अनुमोदक बने। अध्यक्ष पद पर चुनाव की प्रक्रिया 26 मार्च को विधानसभा के सदन में होगी।इस दौरान ऋतु के अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा होगी।
- विस उपाध्यक्ष के पद के लिए है इनके नाम की चर्चा
हरिद्वार ग्रामीण से कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि रितु खंडूरी को स्पीकर बनाने का निर्णय स्वागतयोग्य कदम हैं। उन्होंने कहा कि वह तो यह चाहती थी कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाता। मंत्रिमंडल में जगह न पा सकने वाले विधायकों की नजर अब विस उपाध्यक्ष की कुर्सी पर है। इस पद को लेकर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ व राजपुर विधायक खजानदास के नाम की चर्चा है।